मांडर में स्कूल बस पलटी, डेढ़ दर्जन बच्चे घायल

मांडर में चुंद गांव के निकट शनिवार की सुबह एक स्कूल बस के पलट जाने से उसमें सवार खलासी सहित डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे घायल हो गये.

By Prabhat Khabar News Desk | April 27, 2024 6:16 PM

प्रतिनिधि, मांडर मांडर में चुंद गांव के निकट शनिवार की सुबह एक स्कूल बस के पलट जाने से उसमें सवार खलासी सहित डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे घायल हो गये. घायलों में अधिकांश बच्चे बुढ़मू थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव के रहनेवाले हैं. जिनका इलाज मांडर स्थित लिवेंस अस्पताल में किया गया. एक बच्ची परिधि कुमारी (10) को सिर में लगी चोट को लेकर बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया है. वहीं अन्य की हालत ठीक बतायी जा रही है. सड़क के नीचे गड्ढे में पलटी स्कूल बस जेएच 01 एके 0808 मांडर के चुंद स्थित संत मारिया स्कूल की है. बस बुढ़मू के बाड़े व अन्य गांव से बच्चों को लेकर स्कूल आ रही थी. दुर्घटना सुबह करीब सात बजे की है. बताया जा रहा है कि स्कूल के समय के अनुसार बस देर हो गयी थी. जिसके चलते चालक बस को काफी तेज गति से चला रहा था. इसी क्रम में बुढ़मू-ब्राम्बे मार्ग में चुंद गांव से पहले बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे 10 फीट नीचे गड्ढे में गिर गयी. बस के पलटते ही अंदर मौजूद बच्चे चीखने-चिल्लाने लगे. बस के पलटने से निकासी गेट दब गया. जिसके चलते चाह कर भी बच्चे बाहर नहीं निकल पा रहे थे. बाद में स्थानीय लोगों ने बस के आगे व पीछे का दरवाजा तोड़ कर बच्चों को बाहर निकाला. इस बीच सूचना मिलने पर मांडर पुलिस भी वहां पहुंची और उन्होंने एंबुलेंस मंगवाकर घायल बच्चों को अस्पताल भेजने की व्यवस्था करायी. हादसे के बाद बस का चालक मोतीलाल महली मौके से फरार हो गया. वहीं घायल होने के बाद भी खलासी राहुल मुंडा ने कई बच्चों को बस से बाहर निकलने में मदद की. जानकारी के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त बस संत मारिया स्कूल में भाड़े में चलती है. स्कूल में भाड़े में चलनेवाली बसों का हमेशा से ही एक ट्रेंड रहा है. बस दिन में स्कूलों में चलती हैं और रात को शादियों में भाड़े में जाती हैं. बताया गया कि हादसे का शिकार बस भी रात को भाड़ा में शादी में ओरमांझी गयी थी. रात को अलग से ड्यूटी के कारण चालकों में नींद पूरा नहीं होने व सुबह समय पर फिर से बच्चों को स्कूल पहुंचाने का तनाव रहता है. दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार कई बच्चों ने बताया कि उक्त बस शनिवार को अपने स्टार्टिंग प्वाइंट में ही देर से पहुंची थी. उन्हें सुबह 6: 45 तक स्कूल पहुंच जाना होता है. क्योंकि सात बजे से क्लास शुरू हो जाता है. लेकिन चुंद पहुंचने से पहले ही 7 बजे चुके थे. जिसके चलते चालक भी बस को तेजी से चला रहा था. गनीमत रही कि शनिवार होने के कारण एलकेजी, यूकेजी व नर्सरी के बच्चों की छुट्टी थी. जिसके चलते बस में बच्चों की संख्या कम थी. जिससे कोई अनहोनी नहीं हुई. अन्यथा सामान्य दिनों में इस बस में 80 से भी अधिक बच्चे सवार रहते हैं. बस के पलटने व उसमें सवार बच्चों के घायल होने की जानकारी मिलने के बाद काफी संख्या में अभिभावक मांडर के लीवेंस अस्पताल व स्कूल पहुंचे. उन्होंने संत मारिया स्कूल प्रबंधन के रवैये को लेकर हंगामा भी किया. उनका कहना था कि शिकायत करने के बाद बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन गंभीर नहीं है. अभिभावकों के अनुसार जो बस शनिवार को पलटी है, उसका कुछ दिन पहले स्टीयरिंग फ्री हो गया था.

बस पलटने से घायल बच्चे :

सुधांशु प्रसाद कक्षा 10, हिमांशु प्रसाद कक्षा छह, अस्मित कुमार कक्षा 10, प्रवीण कुमार कक्षा अष्टम, सलोनी कुमारी कक्षा तृतीय, विनीता कुमारी कक्षा छह, रागिनी कुमारी कक्षा अष्टम, प्रवीण प्रसाद कक्षा अष्टम, रौनक कुमार कक्षा तृतीय, आस्था यादव कक्षा पहली, मियाद अंसारी कक्षा पहली, दैयाम राजा कक्षा तृतीय, मोहित कुमार कक्षा पंचम, प्रियांशु कुमारी कक्षा तृतीय, सृष्टि कुमारी कक्षा छह, अनोजा राज कक्षा छह, काजल साहू कक्षा सप्तम, अभिषेक कुमार, राजीव कुमार, परिधि कुमारी कक्षा पहली सहित खलासी राहुल मुंडा शामिल हैं. सभी घायलों का इलाज मांडर के कॉन्स्टेंट लीवेंस अस्पताल में कराया गया. घायलों में कक्षा पहली की छात्रा परिधि कुमारी के सिर में चोट लगी है. जिसे बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया है.

दुर्घटनाग्रस्त बस का इंश्योरेंस फेल :

चुंद के निकट शनिवार को सुबह गड्ढे में पलटी स्कूल बस जेएच01एके-0808 का इंश्योरेंस भी फेल है. बस की इंश्योरेंस 15 दिसंबर 2021 को ही एक्सपायर हो चुकी है. बगैर इंश्योरेंस की ही स्कूल में चल रही है. इस बस ने एक बार साबित कर दिया है कि तमाम नियम-कानूनों को धत्ता बताकर बसों का परिवहन किया जा रहा है. परिवहन विभाग द्वारा स्कूलों में चल रही बसों की कभी जांच नहीं की जाती है.

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