झारखंड अभिभावक संघ का फीस वसूली के खिलाफ आंदोलन आज से, हस्ताक्षर अभियान से होगी शुरूआत
इसके बावजूद अभिभावक ट्यूशन फीस देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 90% स्कूलों ने 50% शिक्षकों को निकाल दिया है और जो हैं उन्हें आधे से भी कम सैलरी दी जा रही है.
School Fees Hike Protest In Jharkhand रांची : झारखंड अभिभावक संघ निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली के खिलाफ आंदोलन के तीसरे चरण में ‘हमारी भी सुनो सरकार, निजी स्कूल दे रहे हैं दुख अपार’ अभियान चलायेगा. कार्यक्रम के तहत आंदोलन की घोषणा की है. संघ की मांग है. बैठक में संघ के अध्यक्ष अजय राय ने आंदोलन की घोषणा करते हुए कहा कि पिछले 16 महीने से स्कूल बंद है, तो किस आधार पर अभिभावक स्कूलों की फीस दें.
इसके बावजूद अभिभावक ट्यूशन फीस देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 90% स्कूलों ने 50% शिक्षकों को निकाल दिया है और जो हैं उन्हें आधे से भी कम सैलरी दी जा रही है. कार्यक्रम के तहत 26 जुलाई को हस्ताक्षर अभियान, 27 को मौन धरना, 28 को उपवास व 29 जुलाई को राज्य सरकार को सदबुद्धि दे भगवान कार्यक्रम के तहत हवन का कार्यक्रम किया जायेगा.
बैठक में कैप्टन प्रदीप मोहन सहाय, महेंद्र राय, दीपक शर्मा, संजय सर्राफ, लाल ओंकार नाथ शाहदेव, रामदीन कुमार व अन्य मौजूद थे. देव आनंद राय, मनोज कुमार, आकाश राज, प्रियरंजन, अनिकेत प्रसाद, अंश तिवारी, आशा सिंह, दिव्या सिंह, गौरव कुमार, विकास सिन्हा आदि मौजूद थे.
क्या हैं मांगें :
पिछले साल निकाले गये विभागीय आदेश का शत-प्रतिशत पालन कराने, शुल्क के अभाव में छात्रों को ऑनलाइन क्लास से वंचित नहीं करने, संबद्धता प्राप्त निजी स्कूलों की मनमानी पर नकेल कसने, स्कूल स्तरीय पारदर्शी शिक्षण शुल्क समिति का गठन करने, झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन अधिनियम-2017 को राज्य के सभी जिलों में लागू करने व निजी स्कूलों की पिछले पांच वर्षों की ऑडिट रिपोर्ट की समीक्षा कराने की मांग शामिल है.