Jharkhand News झारखंड में गर्मी की छुट्टी के बाद आज से सभी सरकारी स्कूल खुल गये. इसके साथ ही बच्चों की वार्षिक परीक्षा भी शुरू हो गयी है. परीक्षा को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं. हालांकि इसे लेकर पहले ही जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्देश भेज दिये गये थे. ये परीक्षा 15 जून तक चलेगी. कक्षा एक व दो की परीक्षा मौखिक होगी. वहीं कक्षा तीन से सात तक की लिखित परीक्षा होगी.
कोविड के कारण इस वर्ष विद्यालयों में एसए वन की परीक्षा नहीं हो सकी थी. इस कारण एसए वन व एसए टू की परीक्षा साथ ली जायेगी. उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कार्य 21 से 25 जून तक होगी. उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन संकुल स्तर पर होगा. एक संकुल के शिक्षक दूसरे संकुल के विद्यालयों की कॉपी का मूल्यांकन करेंगे. रिजल्ट 30 जून तक जारी होगा. रिपोर्ट कार्ड वितरण के दिन विद्यालय स्तर पर अभिभावकों के लिए संगोष्ठी आयोजित करने को कहा गया है. बच्चों की रिपोर्ट कार्ड ई विद्या वाहिनी पोर्टल पर भी अपलोड करने को कहा गया है.
कोविड संक्रमण के कारण इस वर्ष शैक्षणिक सत्र तीन माह बढ़ाया गया है. नया शैक्षणिक सत्र एक जुलाई से शुरू होगा. शैक्षणिक सत्र को लेकर किताब छपाई की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. किताब वितरण को लेकर जेसीइआरटी द्वारा जिलों को दिशा-निर्देश भेज दिया गया है. प्रखंड कार्यालय से विद्यालय किताब ले जायेंगे. बच्चों को सत्र शुरू होने के पूर्व ही किताब उपलब्ध करा देने को कहा गया है.
राज्य के लगभग 3400 स्कूलों को मध्याह्न भोजन की राशि उपलब्ध करा दी गयी है. झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की ओर से वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए इस वर्ष अप्रैल में जिलों को राशि दी गयी थी. जिला स्तर से प्रखंड को राशि ट्रांसफर की गयी, लेकिन प्रखंडों की ओर से कुछ स्कूलों को राशि नहीं दी गयी.
राज्य में लगभग 3500 ऐसे विद्यालय थे, जिन्हें राशि नहीं मिली थी. इनमें से लगभग 3400 विद्यालयों को मध्याह्न भोजन के कुकिंग कास्ट की राशि उपलब्ध करा दी गयी है. उल्लेखनीय है कि कोविड के दौरान स्कूल बंद अवधि में बच्चों को कुकिंग कास्ट की राशि उपलब्ध कराने को कहा गया था. इस राशि का शत-प्रतिशत वितरण नहीं हुआ है. शिक्षा सचिव ने पिछले दिनों इसकी समीक्षा की थी. समीक्षा के बाद छह जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक के मई माह के वेतन पर रोक लगा दिया था. 13 डीएसइ से स्पष्टीकरण पूछा गया था. तीन बीइइओ को निलंबित कर दिया गया.
Posted By: Sameer Oraon