झारखंड में डेढ़ साल बाद स्कूल पहुंचे छठी और सातवीं के स्टूडेंट, संख्या कम थी मगर चेहरे दिखे खिले-खिले
झारखंड के सरकारी स्कूलों में 18 महीने बाद छठी और सातवीं की क्लास शुरू हो गयी़. बच्चों की उपस्थिति पहले दिन कम तो थी लेकिन बच्चों की उत्साह में किसी प्रकार की कमी नहीं थी. बता दें कि शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में उपस्थिति अधिक रही
राज्य के सरकारी विद्यालयों में 18 महीने बाद छठी और सातवीं की क्लास शुरू हो गयी़ वहीं आठवीं के विद्यार्थी करीब पांच महीने बाद फिर स्कूल पहुंचे़ पहले दिन राजधानी में स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम थी. राज्य के 13660 सरकारी स्कूलों में शुक्रवार से कक्षाएं शुरू हुई. स्कूल खुलते ही बच्चों में जोश व उत्साह देखते बन रहा था.
दोस्तों से मिल कर काफी खुश थे. हालांकि उपस्थित करीब 30 फीसदी तक रही़ शहरी क्षेत्र के अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में उपस्थिति अधिक रही़ बच्चों को अभिभावक की सहमति से ही विद्यालय आने को कहा गया है.स्कूल में प्रवेश से पहले गेट पर बच्चों के हाथों काे सेनिटाइज कराया गया. इसके बाद अभिभावकों के सहमति पत्र की जांच की गयी़
ऑनलाइन क्लास की सुविधा भी
ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन क्लास भी शुरू है़ स्कूल नहीं आने वाले बच्चों को लिंक भेज दिया गया ताकि ऑनलाइन कक्षा से बच्चे जुड़ सके. कई शिक्षकों ने ऑफलाइन कक्षा समाप्त होने के बाद ऑनलाइन कक्षाएं ली.
चौथी-पांचवीं के विद्यार्थी भी पहुंच गये थे स्कूल
स्कूल खुलने की खबर सुनकर चौथी व पांचवीं कक्षा के बच्चे भी स्कूल पहुंच गये थे़ शिक्षकों ने बताया कि अभी आपलोगों के लिए स्कूल नहीं खुला है़ बावजूद इसके घंटों स्कूल के बाहर खड़े रहे़
विद्यार्थियों ने कहा
सातवीं कक्षा की सादिया परवीन ने कहा कि बहुत दिनों के बाद स्कूल खुला. काफी खुश हूं. दोस्तों से मुलाकात हुई़ ऐसा लग रहा है कि पुराने दिन वापस आ गये. हालांकि कई दोस्त नहीं आये हैं. वहीं आठवीं के छात्र अमर कपरदार ने कहा कि मम्मी-पापा ने हमेशा मास्क लगाकर रहने का निर्देश दिया है़ स्कूल में पहले दिन ऑनलाइन पढ़ाई का टेस्ट लिया गया.
Posted By : Sameer Oraon