Jharkhand News: रांची के रिम्स में इनामी नक्सली राधेश्याम यादव उर्फ विमल यादव के इलाज को लेकर NIA के दारोगा और रिम्स के डॉक्टर एवं नर्सों के बीच रविवार को कैदी वार्ड में पहले नोक-झोंक हुई. फिर बात हाथापाई तक पहुंच गयी. जानकारी मिलते ही रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ ने इस घटना की जानकारी रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और बरियातू थाना को देने की बात कही है.
क्या है मामला
बताया गया कि शनिवार को NIA की पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नक्सली राधेश्याम यादव का बीपी अचानक बढ़ने लगा था. जिसके बाद एनआइए की टीम राधेश्याम को लेकर रिम्स के कैदी वार्ड पहुंची. रविवार की दोपहर करीब पौने एक बजे कैदी वार्ड में राधेश्याम की स्थिति सही नहीं देखते हुए एनआइए के दारोगा मौके पर मौजूद नर्स एवं महिला चिकित्सक को बार-बार उसका ब्लड प्रेशर जांच करने को कह रहे थे. वहीं, दारोगा मोबाइल से नर्स और महिला चिकित्सक का वीडियो भी बनाने लगा. इससे नर्स और महिला चिकित्सक भड़क गईं. उनलोगों ने दारोगा को वीडियो बनाने से मना किया, लेकिन वे नहीं मानें. तब महिला चिकित्सक और नर्स आदि ने दारोगा का मोबाइल छीन लिया. इसी बात को लेकर हाथापाई की नौबत तक आ गयी.
Also Read: हजारीबाग के इचाक में 4 अवैध पत्थर खदान में जिला प्रशासन की छापेमारी, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
रिम्स निदेशक को दी जाएगी घटना की जानकारी
इस संबंध में रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ ने कहा कि मेडिसिन विभाग की चिकित्सक डॉ ग्रेगरी मिंज की देखरेख में कैदी राधेश्याम यादव का इलाज चल रहा है. रविवार को महिला चिकित्सक से एनआइए जवानों ने दुर्व्यहार किया. जवान हर घंटे कैदी का बीपी जांच करने का आदेश नर्स और चिकित्सक को दे रहे थे. इसी बात को लेकर यूनिट की महिला जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर से बकझक हो गयी. घटना की जानकारी रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा और बरियातू थाना को दी जायेगी.
Posted By: Samir Ranjan.