रांची : राज्यपाल रमेश बैस ने अशोक नगर स्थित रोड नंबर-एक की निवासी व सेवानिवृत्त आइएएस की पत्नी सीमा पात्रा द्वारा घर में काम करनेवाली युवती सुनीता के साथ अत्यंत अमानवीय तरीके से प्रताड़ित किये जाने की खबर का संज्ञान लिया है. मामले में राज्यपाल ने डीजीपी नीरज सिन्हा से पूछा है कि अब तक पुलिस द्वारा दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी है? राज्यपाल ने पुलिस की शिथिलता पर भी गंभीर चिंता प्रकट की है.
सीमा पात्रा के घर में गुमला की रहनेवाली सुनीता करती थी. उसे काफी दिनों से प्रताड़ित किया जाता रहा. 22 अगस्त को उसे रेस्क्यू किया गया. फिलहाल, वह रिम्स के सर्जरी विभाग में डॉ आरएस शर्मा की देखरेख में इलाजरत है.
झामुमो रांची जिला समिति के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाध्यक्ष मुश्ताक आलम के नेतृत्व में रिम्स का दौरा किया. सुनीता कुमारी से मुलाकात के बाद कहा कि सरकार से मांग है कि सीमा पात्रा को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये. वहीं, प्रतिनिधिमंडल ने चतरा के हंटरगंज निवासी तेजाब पीड़िता काजल कुमारी से भी मुलाकात की और चिकित्सकों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्स्था देने का आग्रह किया. प्रदेश महिला कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने भी मंगलवार को रिम्स में भर्ती सुनीता व चतरा जिला की काजल कुमारी से मुलाकात की.
रिम्स में भर्ती सुनीता से मांडर विधायक नेहा शिल्पी तिर्की और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भी मुलाकात की. विधायक ने कहा कि सीमा पात्रा ने जघन्य अपराध किया है.
न्यायिक दंडाधिकारी अंकिता शर्मा की अदालत में मंगलवार को आदिवासी युवती सुनीता का 164 का बयान दर्ज कराया गया. दो महिला पुलिसकर्मियों सहित कड़ी सुरक्षा में सुनीता को अदालत में ले गये. केस के आइओ हटिया डीएसपी राजा मित्रा भी रिम्स पहुंचे.