रांची रिम्स में बवाल के बाद विद्यार्थियों ने खाली किया हॉस्टल, 15 दिनों के लिए कक्षाएं भी स्थगित
हॉस्टल खाली करने की सूचना पर कई छात्र-छात्राओं के माता-पिता और अभिभावक रिम्स पहुंचे और उन्हें अपने साथ ले गये. वहीं, 15 दिनों के लिए कक्षाएं भी स्थगित कर दी गयी हैं.
रांची रिम्स प्रबंधन की सख्ती के बाद गुरुवार को एमबीबीएस और डेंटल (2019-2022 बैच) के विद्यार्थियों ने हॉस्टल खाली कर दिया. अब विद्यार्थियों को नये सिरे से हॉस्टल आवंटित होने के बाद ही कैंपस में एंट्री मिलेगी. वहीं, 15 दिनों के लिए कक्षाएं भी स्थगित कर दी गयी हैं. ज्ञात हो कि मंगलवार की रात सीनियर व जूनियर छात्रों में मारपीट हुई थी. हॉस्टल खाली करने की सूचना पर कई छात्र-छात्राओं के माता-पिता और अभिभावक रिम्स पहुंचे और उन्हें अपने साथ ले गये. गर्ल्स हॉस्टल के बाहर परिजनों की ज्यादा भीड़ देखी गयी. देर शाम तक हॉस्टल खाली करने का सिलसिला जारी था.
इधर, प्रबंधन ने स्पष्ट कहा है कि अगर छात्र-छात्राएं कक्षा निलंबन अवधि के बीच कैंपस में देखे गये, तो उन पर कार्रवाई की जायेगी. इधर, हॉस्टल खाली करने का अचानक फरमान जारी होने की सूचना पर गुरुवार की सुबह दर्जनों विद्यार्थी प्रशासनिक भवन के सामने एकत्र हो गये. उस समय स्टूडेंट वेलफेयर कमेटी की बैठक चल रही थी. इसलिए विद्यार्थी निदेशक डॉ राजीव गुप्ता और डीन डॉ विद्यापति से मिलकर अपना पक्ष रखना चाहते थे. लेकिन, पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने विद्यार्थियों को जाने से रोक दिया. बाद में डीन ने कुछ विद्यार्थियों को बुलाकर उनसे बातचीत की. विद्यार्थियों ने कमरा में ही सामान रखने की अनुमति मांगी़ इसके बाद डीन ने इस पर सहमति दे दी. इधर, रिम्स प्रबंधन ने अलग से बैठक कर पीजी और इंटर्न के छात्रों को यह निर्देश दिया कि रात की इमरजेंसी ड्यूटी में समय का पालन करना है. रात नौ बजे सेंट्रल इमरजेंसी में पहुंच जायें.
एक हॉस्टल में एक सत्र के रहेंगे विद्यार्थी
रिम्स प्रबंधन ने अब एक हॉस्टल में एक ही सत्र के विद्यार्थियों को रखने का निर्णय लिया है. यह निर्णय सीनियर और जूनियर छात्रों में हो रही मारपीट को लेकर लिया गया है. वर्तमान में एक हॉस्टल में सीनियर और जूनियर दोनों छात्र रह रहे थे.
निदेशक और डीन के वाहन को विद्यार्थियों ने रोका
सुबह में रिम्स निदेशक ने स्टूडेंट वेलफेयर कमेटी के साथ बैठक की और उनसे आगे की तैयारी का जायजा लिया. बैठक समाप्त होने के बाद जब निदेशक और डीन बाहर निकले, तो विद्यार्थियों ने उनके वाहन को रोक दिया. इसके बाद निदेशक और डीन ने वाहन से निकलकर विद्यार्थियों से बात की.
40 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट परीक्षा के कारण छूट
स्टूडेंट वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी और हॉस्टल सुपरिटेंडेंट ने गुरुवार की रात हॉस्टल का निरीक्षण किया. इस दौरान करीब 40 विद्यार्थियों ने पूरक परीक्षा का हवाला देते हुए हॉस्टल में रहने का आग्रह किया. इसके बाद निदेशक और डीन से अनुमति लेकर ऐसे विद्यार्थियों को राहत दी गयी.