रांची (विशेष संवाददाता). फेडरेशन ऑफ रिटायर्ड यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ झारखंड (फ्रुक्टाज) ने राज्य सरकार व विवि से आग्रह किया है कि रांची विवि के जो शिक्षक उच्च व तकनीकी शिक्षा निदेशालय में वर्षों से उपनिदेशक के पद पर कार्यरत हैं और शिक्षक विरोधी कार्य कर रहे हैं. उनकी सेवा विवि को वापस करायी जाये. इसके लिए सेवानिवृत्त संघ उचित फोरम पर आग्रह करेगा.
उक्त निर्णय बुधवार को रांची विवि परिसर में हुई फ्रुक्टाज कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया. बैठक की अध्यक्षता डॉ ओंकारनाथ श्रीवास्तव ने की. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आठ व नौ फरवरी से हरिद्वार में होनेवाले अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित सेवानिवृत्त विवि शिक्षक संघ के सम्मेलन में भाग लेंगे. प्रतिनिधिमंडल में डॉ ओएन श्रीवास्तव, डॉ राम एकबाल तिवारी, डॉ हरिओम पांडेय तथा डॉ जेएल उरांव शामिल हैं. सम्मेलन में झारखंड की तरफ से सेवानिवृत्त शिक्षकों की पेंशन पर लगनेवाले आयकर को समाप्त करने या कम करने की मांग उठायी जायेगी.पंचम वेतन के 39 प्रतिशत बकाया का करेंगे दावा
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पंचम वेतन के 39 प्रतिशत बकाया के सिलसिले में सेवानिवृत्त शिक्षक अपने कार्यस्थान से दावा बना कर विवि में जमा करेंगे. साथ ही एक प्रति संघ को भी देंगे. झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा निर्देशित भुगतान को लागू करने के लिए विवि पर दबाव बनाया जायेगा एवं कुलपति से मिल कर त्वरित कार्रवाई का अनुरोध करेगा. शीघ्र ही संघ का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल सह कुलाधिपति से भी मिलेगा. बैठक में मुख्य रूप से महासचिव डॉ हरिओम पांडेय, डॉ एसके झा, डॉ केएन प्रसाद, डॉ जितेंद्र प्रसाद सिन्हा, डॉ समर डे, डॉ केके ठाकुर, डॉ कमला गुप्ता, डॉ एसएन पाल, डॉ वासुदेव सिंह, डॉ जेएल उरांव, डॉ राम कुमार तिवारी, डॉ बी तिग्गा, डॉ डीएम अंसारी, डॉ एल शाहदेव आदि उपस्थित ते.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है