jharkhand news, ranchi news, teachers transfer in jharkhand, jharkhand teacher transfer news in hindi रांची : प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक अपने गृह जिला में सेवा दे सकते हैं. इसके बावजूद राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के लगभग सात हजार शिक्षक दूसरे जिलों में पदस्थापित हैं. गृह जिले में स्थानांतरण की आस में उक्त शिक्षक पिछले दो वर्षों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. हालांकि, इन्हें अब तक आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है.
वर्ष 2015-16 में राज्य में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में लगभग 16 हजार शिक्षकों की जिलास्तर पर नियुक्ति की गयी थी. वर्ष 2012 में नियमावली के तहत शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति की गयी. नियुक्ति प्रक्रिया में एक अभ्यर्थी को एक से अधिक जिले में आवेदन जमा करने का अवसर दिया गया था.
नियुक्ति प्रक्रिया में जिलावार जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा का निर्धारण किया गया था. उदाहरणस्वरूप अगर किसी परीक्षार्थी ने जनजातीय भाषा के रूप में शिक्षक पात्रता परीक्षा में संताली भाषा का चयन किया था, तो जितने जिलों में संताली भाषा को जनजातीय भाषा के रूप में मान्यता दी गयी थी, अभ्यर्थी ने उन सभी जिलों में आवेदन जमा किया.संताली भाषा को राज्य के 14 जिलों में मान्यता दी गयी थी. ऐसे में एक अभ्यर्थी इन सभी जिलों में आवेदन दे सकता था.
शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जिलास्तर पर काउंसेलिंग की गयी. सभी जिलों में अलग-अलग दिन काउंसेलिंग हुई. ऐसे में अगर कोई अभ्यर्थी दुमका का रहनेवाला था व उसकी नियुक्ति के लिए काउंसेलिंग दुमका से पहले पश्चिमी सिंहभूम में हुई, तो वह पश्चिमी सिंहभूम जिला के काउंसेलिंग में शामिल हो गया. चयन हो जाने के बाद उसकी नियुक्ति भी पश्चिमी सिंहभूम में हो गयी. ऐसे में उसका चयन दुमका के बदले पश्चिमी सिंहभूम में हो गया. इस तरह राज्य के लगभग सात हजार शिक्षक गृह जिला से बाहर नियुक्त हो गये.
Posted By : Sameer Oraon