विश्व के महानतम गेंदबाजों में शुमार ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें सपने में सचिन तेंदुलकर के चौके-छक्के नजर आते हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट में कई पारियों में सचिन ने शेन वार्न की धुनाई की थी. इसके बाद वार्न को ऐसे सपने आने लगे थे. आज हम आपको बताते हैं कि डोमेस्टिक क्रिकेट में कई गेंदबाजों की महेंद्र सिंह धोनी (Happy Birthday MS Dhoni) ने लाइन-लेंथ बिगाड़ दी थी. इनमें से एक गेंदबाजों तो आज भी धोनी को नहीं भूल पाया.
ये तेज गेंदबाज आज भी करता है धोनी को याद
यह खिलाड़ी आज भी महेंद्र सिंह धोनी की उस पारी को याद करता है, जब एमएसडी ने उसकी जमकर धुनाई की थी. इसके बाद उस गेंदबाज के मुंह से निकला था- कौन है ये? कहां से आया है? इसका न कोई स्टाईल है, न कुछ. धोनी के बारे में ऐसी बातें कहने वाले खिलाड़ी का नाम है आशीष विस्टन जैदी. जैदी उत्तर प्रदेश के तेज गेंदबाज हुआ करते थे.
यूपी के जैदी की धोनी ने की जमकर पिटाई
प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) से बातचीत में एमएस धोनी के सीनियर और साथी क्रिकेटर रहे अंशुमन राज ने बताया कि आशीष विस्टन जैदी यूपी के पेस बॉलर थे. लेकिन, धोनी ने उनकी जमकर पिटाई कर दी थी. इसके बाद जैदी ने यह प्रतिक्रिया दी थी. जैदी आज भी अगर मिलते हैं, तो धोनी की उस पारी का जिक्र जरूर करते हैं.
अंशुमन राज ने याद की एमएस धोनी की पुरानी पारियां
अंशुमन राज ने महेंद्र सिंह धोनी की कई पुरानी पारियों को याद किया, जिसमें बंगाल के खिलाफ इडेन गार्डेन में लगाया गया एमएसडी का रणजी ट्रॉफी का पहला शतक भी शामिल है. लेकिन, जैदी की गेंद की धुनाई के बाद ओडिशा के तेज गेंदबाज बारिक की जिस तरह से माही ने धुनाई की थी, उसको भी उन्होंने हमारे साथ शेयर किया.
बारिक की पहली ही गेंद पर धोनी ने जड़ा था छक्का
पूर्व रणजी क्रिकेटर ने बताया कि छोटी हाईट का बारिक बहुत तेज गेंद फेंकता था. उस समय बल्लेबाज उससे खौफ खाते थे. ओडिशा के खिलाफ हम मैच खेल रहे थे. शाम ढल रही थी. हालांकि, बैड लाइट नहीं हुआ था. हमारी टीम की स्थिति अच्छी नहीं थी. लेकिन, धोनी ने बारिक की पहली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया. दूसरी गेंद पर फिर छक्का और तीसरी गेंद पर चौका जड़ दिया.
हमेशा लंबी पारी खेलना चाहते थे धोनी
उन्होंने बताया कि इसके बाद धोनी उनके पास आये और कहा- इस पर हावी होने का यही रास्ता है. राज ने बताया कि बारिक ने पहली गेंद पटककर दी थी. इसलिए उसने छक्का जड़ दिया. दूसरी और तीसरी गेंद भी पटकी हुई थी, तो उसने उस पर भी प्रहार किया. अंशुमन राज ने कहा कि शॉर्ट बॉल माही की कमजोरी थी. वह उसको मारता ही मारता था.
लक्ष्मीरतन शुक्ला की 6 गेंद पर धोनी ने जड़े 6 चौके
अंशुमन राज ने यह भी बताया कि धोनी लंबे-लंबे शॉट्स मारता था. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह शॉट्स खेलकर तेजी से रन बनाकर पारी खत्म करना चाहता था. वह हमेशा लंबी पारी खेलना चाहता था. उन्होंने बंगाल के खिलाफ उस रणजी ट्रॉफी मैच को भी याद किया, जिसमें धोनी ने अपना पहला शतक जड़ा था. इस पारी में उन्होंने लक्ष्मीरतन शुक्ला की 6 गेंद पर 6 चौके जड़े थे.
बंगाल के खिलाफ सेंचुरी मारकर जोन में सेलेक्ट हुए धोनी
अंशुमन राज ने बताया कि उस वक्त लक्ष्मीरतन शुक्ला बहुत बढ़िया ऑलराउंडर था. कहा जा रहा था कि महान क्रिकेटर कपिलदेव के बाद लक्ष्मीरतन शुक्ला देश का दूसरा सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर बनेगा. लेकिन, धोनी ने उसकी जमकर धुलाई कर दी. इसके बाद व ईस्ट जोन के लिए सेलेक्ट हुआ. फिर इंडिया ए टीम में और बाद में टीम इंडिया में आने के बाद उसने न जाने कितने रिकॉर्ड बनाये. हैप्पी बर्थडे धोनी.