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Sharadiya Navratri: रांची के दुर्गा पूजा पंडालों का काम है आधा-अधूरा, जानें पूरा मामला

राजधानी में लगातार हो रही बारिश से मूर्तिकारों की परेशानी बढ़ गयी है. न तो प्रतिमाएं सूख पा रही हैं और न ही उनकी रंगाई का काम हो पा रहा है. जिसके कारण रांची के दुर्गा पूजा पंडालों का काम अधूरा पड़ा हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 21, 2022 9:35 AM

Sharadiya Navratri : शारदीय नवरात्र शुरू होने में मात्र छह दिन शेष हैं, लेकिन अब तक राजधानी के दुर्गा पूजा (Durga Puja 2022) पंडालों का काम अधूरा पड़ा है. राजधानी और आसपास के इलाके में महीने भर से रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से दुर्गा पूजा समितियां और पंडाल निर्माता परेशान हैं. अमूमन इस अवधि तक पूजा पंडालों का 75 से 80 प्रतिशत हिस्सा बन कर तैयार हो जाता है, जबकि इस बार बारिश के कारण 60 फीसदी काम भी ठीक से नहीं हो पाया है.

बारिश के कारण तेजी से काम नहीं कर पा रहे कारीगर

लगातार हो रही बारिश के कारण पंडाल बनानेवाले कारीगर चाह कर भी तेजी से काम नहीं कर पा रहे हैं. बांस और लकड़ियां गीली हैं, जिससे उन्हें काटने, छांटने और बांधने में दिक्कत आ रही है. वहीं, पंडाल के आसपास की जमीन गिली है, जिसकी वजह से पंडाल का ढांचा खड़ा करने भी परेशानी हो रही है. पंडाल निर्माता अब बारिश थमने का इंतजार कर रहे हैं. बारिश के रुकने के बाद ही पंडाल की ऊपरी परत को आकार देने और उसके सजावट का काम शुरू हो पायेगा. हालांकि, पंडाल के अंदर की साज-सज्जा का काम जारी है. राजधानी में सबसे पहले 29 सितंबर को भारतीय युवक संघ के पूजा पंडाल का पट खोला जायेगा. वहीं, कई पूजा समितियां पंचमी, जबकि अधिकतर पूजा समितियां षष्ठी को पंडालों का पट खोलेंगी.

बजट से ज्यादा खर्च करना पड़ रहा

बारिश के कारण पंडाल बनानेवाले कारीगर खाली बैठ जा रहे हैं. ऐसे में पूजा समितियों का पंडाल निर्माण बजट भी बढ़ता जा रहा है. पंडाल निर्माताओं ने बताया कि जहां आठ मजदूर काम कर रहे थे, वहां 12-14 मजदूरों को लगाना पड़ रहा है. इसके कारण बजट भाग रहा है.

मूर्तिकारों की भी बढ़ी परेशानी

राजधानी में लगातार हो रही बारिश से मूर्तिकारों की परेशानी भी बढ़ गयी है. न तो प्रतिमाएं सूख पा रही हैं और न ही उनकी रंगाई का काम हो पा रहा है. मूर्तिकार अजय पाल ने बताया कि प्रतिमा को सुखाने के लिए गैस ब्लोवर का इस्तेमाल किया जा रहा है. पहले जो प्रतिमाएं बनी थीं, फिलहाल उसके रंग-रोगन का काम किया जा रहा है. पंडाल के अंदर बन रही प्रतिमाओं को सुखाने के लिए कूलर, पंखे और हीट की मदद ली जा रही है.

विद्युत सज्जा का काम भी बाधित

पंडाल के आसपास कई तरह की विद्युत सज्जा भी की जाती है. मुख्य पंडाल से लेकर गेट लाइट, साइड लाइट और बिजली से चलने वाले विभिन्न मेकैनिकल उपकरण लगाये जाते हैं. ये सब लगाने का काम भी बारिश के कारण बाधित है. बारिश रुकते ही इनका काम भी शुरू हो जायेगा.

दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने क्या कहा

रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि इस बार दो साल के बाद वृहत स्तर पर दुर्गा पूजा का आयोजन हो रहा है. इस बीच लगातार हो रही बारिश से काम काफी प्रभावित हुआ है. अब तक पंडाल निर्माण का 60 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है. बारिश से पंडाल व उसके आसपास का इलाका भी गीला हो गया है. यही हाल रहा, तो आयोजन में परेशानी हो सकती है.

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अध्यक्ष प्रदीप राय बाबू ने क्या कहा

महानगर दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष प्रदीप राय बाबू ने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण पंडाल की लागत बढ़ती जा रही है. वहीं, कई काम अधूरे पड़े हैं. जो काम 10 दिनों में होना चाहिए था, वह 20 दिनों में भी नहीं हो पा रहा है. वर्तमान में पंडाल के बाहरी हिस्से का काम को छोड़ कर आंतरिक सजावट का काम पूरा किया जा रहा है. 50-60 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है.

उपाध्यक्ष राहुल शर्मा ने क्या कहा

रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति के उपाध्यक्ष राहुल शर्मा ने कहा कि बारिश के कारण सारी तैयारियां ठप पड़ गयी हैं. रंग-रोगन सहित अन्य साज-सज्जा के काम भी पूरी तरह से प्रभावित हैं. अगर अगले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहा, तो आनेवाले समय में पूजा पंडाल का काम पूरा करने में परेशानी होगी. खराब मौसम के कारण काम में देरी होने के साथ बजट पर भी असर पड़ रहा है.

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