रांची : झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में शिबू सोरेन और दीपक प्रकाश ने जीत दर्ज कर ली है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दीपक प्रकाश को सबसे ज्यादा 31 वोट मिले. वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के शिबू सोरेन को 30 और कांग्रेस के प्रत्याशी शहजादा अनवर को 18 वोट मिले. यहां विधानसभा भवन में शुक्रवार को सुबह 9 बजे से 2:30 बजे के बीच राज्य के सभी 79 विधायकों ने मतदान में हिस्सा लिया था.
सुबह 9:00 बजे से शुरू होकर मतदान शाम 4:00 बजे तक चलना था, लेकिन 2:30 बजे ही सभी 79 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया. 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में फिलहाल 79 सदस्य हैं, क्योंकि दो सीटें रिक्त हैं. सबसे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के भूषण तिर्की ने अपना मत डाला, जबकि सबसे अंत में भाजपा के विद्रोही निर्दलीय सरयू रॉय ने मतदान किया.
झारखंड राज्य की दो राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव मैदान में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन के अलावा मुख्य विपक्षी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश एवं कांग्रेस के शहजादा अनवर उम्मीदवार थे. राज्य की दोनों सीटें निर्दलीय परिमल नाथवानी एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रेमचंद्र गुप्ता का कार्यकाल पूरा होने से रिक्त हुई है.
भाजपा के सभी 26 विधायकों ने तय रणनीति के अनुरूप एक बस में सवार होकर एक साथ विधानसभा परिसर पहुंचे और मतदान किया. इसके तुरंत बाद भाजपा की गठबंधन सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स पार्टी (आजसू) के प्रमुख सुदेश महतो तथा उनके दूसरे विधायक लंबोदर महतो विधानसभा पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
इस बीच, निर्दलीय अमित यादव ने भी मतदान करने के बाद बताया कि उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया है. दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा पहुंचकर अपना मत डाला. दोपहर बाद मतदान में एक बार फिर तेजी आयी, जब झारखंड मुक्ति मोर्चा के शेष विधायकों और कांग्रेस विधायकों ने मतदान किये.
सबसे अंत में मतदान करने पहुंचे भाजपा के विद्रोही रहे सरयू रॉय ने अपना मत डालने के बाद कहा कि उन्होंने अपने वादे के अनुरूप ही भाजपा के दीपक प्रकाश के पक्ष में मतदान किया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘वास्तव में झामुमो और भाजपा के प्रत्याशियों के अलावा तीसरे उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारना उचित नहीं था.’
श्री रॉय ने कहा कि कांग्रेस को अपने उम्मीदवार को जिताने की कहीं से कोई भावना नहीं थी, लेकिन फिर भी उसने अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा जो ‘फिजूल’ था. झारखंड विधानसभा में इस समय दो सीटें खाली थीं. यहां तीन उम्मीदवार मैदान में थे. लिहाजा, 79 सदस्यीय सदन में किसी भी उम्मीदवार को चुनाव जीतने के लिए कम से कम 27 मतों की आवश्यकता थी.
इसमें 29 विधायकों वाली मुख्य सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के उम्मीदवार शिबू सोरेन को कुल 30 वोट मिले, जबकि 26 विधायकों वाली मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के प्रत्याशी दीपक प्रकाश को सबसे ज्यादा 31 विधायकों का समर्थन मिला. झामुमो की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के शहजादा अनवर को कुल 18 वोट ही मिल पाया. विधानसभा में 15 सदस्यों वाली पार्टी को प्रदीप यादव एवं बंधु तिर्की के अलावा एक और सदस्य का वोट प्राप्त हुआ.
Posted By : Mithilesh Jha