रांची : राज्यसभा चुनाव में झामुमो ने अपनी एकजुटता दिखायी़ शिबू सोरेन की साख भी बची़ पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के लिए झामुमो ने आसान रास्ता तैयार किया़ झामुमो के लिए यह बड़ी उपलब्धी रही़ झामुमो ने एक वोट का इजाफा भी किया़ झामुमो के पास 29 विधायक थे़ मिली जानकारी के अनुसार झामुमो ने इसके लिए राजद को तैयार किया था़ झामुमो की रणनीति थी कि शिबू के मामले में कोई चूक ना हो़ वहीं कांग्रेस आंकड़े से बहुत दूर थी़ कांग्रेस कोई गुल भी नहीं खिला पायी़
कांग्रेस को यूपीए फोल्डर के एक वोट का नुकसान भी हुआ, वही वोट भाजपा की ओर गया है़ यूपीए खेमे में कई लोगों पर शक की सूई है़ वहीं भाजपा इसे राजनीतिक सस्पेंस बना कर रोमांच बढ़ा रही है़ वोटिंग में राजद की ओर से कोई एजेंट नहीं था़ माले के वोट को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से आश्वस्त है़ माले ने चुनाव में अपना एजेंट रखा भी था़ निर्दलीय विधायक प्रदीप यादव व बंधु तिर्की को किसी को वोट दिखाने की बाध्यता नहीं थी़
राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह के अटकलें उठ रही है़ं बहरहाल चुनाव परिणाम से यूपीए को झटका जरूर लगा है़ चुनावी गणित के आंकड़े जुटाने से दूर रही कांग्रेसरांची. कांग्रेस ने शहजादा अनवर को चुनावी मैदान में उतार कर केवल औपचारिकता पूरी की है़ कांग्रेस ने अपने को चुनावी मुहिम से दूर रखा़ कांग्रेस के पास अपने वोट का इजाफा करने के लिए कोई फॉर्मूला नहीं था़ इस तरह कांग्रेस राज्यसभा चुनाव में पूरी तरह फेल रही़ कांग्रेस के बस यही कोशिश थी कि शहजादा अनवर को मैदान में उतार कर अपने वोटरों को एक मैसेज दे.
Post by : Pritish Sahay