रांची : मंत्री का पदभार संभालने के बाद से ही शिल्पी नेही तिर्की एक्शन मोड में आ चुकी है. वे लगातार विभाग के अधिकारियों से काम का जायजा ले रही है. इसी कड़ी में शनिवार को शिल्पी नेहा तिर्की ने पशुपालन निदेशालय में जीव जंतु कल्याण बोर्ड और बीज निगम के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इसके बाद मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि पशु के कल्याण को लेकर धरातल पर काम करने वाले एनजीओ के साथ बहुत जल्द एक वृहद सेमिनार आयोजन किया जाएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि कृषि विभाग का लक्ष्य आने वाले समय में झारखंड को बीज उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने का है.
एनजीओ के अनुभव लाभ लेगा कृषि विभाग : शिल्पी नेहा तिर्की
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने आगे कहा कि पशु से संबंधित बहुत सारी जानकारी विभाग के पास भी नहीं है, लेकिन एनजीओ की टीम लगातार इस पर काम कर रही है. जमीनी स्तर पर इनका काम दिखता भी है. इसलिए एनजीओ के अनुभव और पशु कल्याण को लेकर किये गये अध्ययन का लाभ विभाग लेगा. उन्होंने आगे कहा कि आज देश के कई राज्य बीज उत्पादन में ना सिर्फ आत्म निर्भर हैं, बल्कि वे अन्य राज्यों को भी बीज सप्लाई कर रहे हैं. वहीं, झारखंड आज भी बीज के मामले में दूसरे राज्य पर निर्भर है.
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शिल्पी नेहा तिर्की बोलीं- बीज खरीद पर लाखों रुपये खर्च करती है कृषि विभाग
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि विभाग हर साल लाखों करोड़ों रुपये बीज खरीद और वितरण पर खर्च करती है. अभी हाल ही में विभाग की टीम ने कर्नाटक का दौरा किया था. कर्नाटक बीज उत्पादन में किस नीति और शोध को अपना रहा है उससे सीखने की जरूरत है. तभी बीज वितरण में झारखंड भी अपनी अलग पहचान बना पाएगा.