Ranchi news : त्योहार में स्थानीय दुकानों से करें खरीदारी : जेसीपीडीए

जेसीपीडीए के अध्यक्ष ने कहा कि हाल के दिनों में ऑनलाइन खरीदारी में उपभोक्ताओं के साथ फ्रॉड की शिकायतें बढ़ी हैं. त्योहार के दौरान फर्जी ढंग से भी कई ई-कॉमर्स कंपनियां सक्रिय हो जाती हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 9, 2024 12:16 AM

रांची. झारखंड कंज्यूमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन (जेसीपीडीए) ने त्योहारी सीजन में शहरवासियों से स्थानीय बाजार से ही जरूरत के सामान खरीदने की अपील की है. जेसीपीडीए के अध्यक्ष संजय अखौरी ने कहा कि हाल के दिनों में ऑनलाइन खरीदारी में उपभोक्ताओं के साथ फ्रॉड की शिकायतें बढ़ी हैं. त्योहार के दौरान फर्जी ढंग से भी कई ई-कॉमर्स कंपनियां सक्रिय हो जाती हैं.

वर्तमान में ऐसी कई कंपनियां सक्रिय हैं, जहां उपभोक्ताओं को सस्ता सामान दिखा कर उन्हें खराब और एक्सपायरी वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है. ऑनलाइन खरीदारी में टॉल फ्री नंबर या ई-मेल से उपभोक्ता की शिकायतों का निबटारा भी नहीं किया जाता है. यह सीधे-सीधे उपभोक्ताओं के साथ ठगी का मामला है. जबकि, स्थानीय दुकानदार सर्विस देने के लिए अपने ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्ध होते हैं. कंपनी भी सहयोग करती है और लोकल होने के कारण दुकानदार का ग्राहक से व्यक्तिगत संबंध भी होता है.

परंपरागत खुदरा व्यापार का स्तर गिर रहा

जेसीपीडीए ने इस बात पर चिंता जताते हुए कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियों की मनमानी से देश का परंपरागत खुदरा व्यापार का स्तर दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा है. जबकि, समाज के उत्थान में ई-कॉमर्स कंपनियों का कोई योगदान नहीं होता है. यदि सरकार द्वारा ई-कॉमर्स की मनमानी पर जल्द नियंत्रण नहीं किया गया, तो इससे स्थानीय व्यापार बाधित होगा. हाल के दिनों में यह देखने को मिल रहा है कि एफएमसीजी व्यवसाय से जुड़ीं बड़ी-बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियां बड़े-बड़े मॉल को अधिक मार्जिन उपलब्ध कराती हैं. जबकि, व्यवसायिक उद्योग के परंपरागत डिस्ट्रीब्यूटर, जो छोटे-छोटे दुकानों तक माल पहुंचाते हैं, उनकी अपेक्षा बहुत कम मार्जिन देती है. इसका डिस्ट्रीब्यूटर व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. श्री अखौरी ने कहा कि उपभोक्ता दुर्गा पूजा की खरीदारी के लिए जब भी बाहर जायें, तो वोकल फॉर लोकल का संकल्प याद रखें. आज पूरा विश्व भारत के स्थानीय उत्पादों के प्रति आकर्षित हो रहा है. बाजार में सामान खरीदते समय स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें.

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