खलारी में बंद रहीं दुकानें व प्रतिष्ठान
एसटी-एससी के आरक्षण पर क्रीमीलेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का विरोध
प्रतिनिधि, खलारी : एसटी-एससी के आरक्षण पर क्रीमीलेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरोध में भारत बंद का खलारी काेयलांचल में व्यापक असर रहा. खलारी में एससी-एसटी-ओबीसी एकता मंच सहित कई सामाजिक संगठन व राजनीतिक पार्टियों ने बंद का समर्थन किया. खलारी के मुख्य बाजार केडी रोड, शहीद चौक, स्टेशन रोड, खलारी बाजारटांड़, धमधमिया आदि में आवश्यक सेवा को छोड़ कर सभी दुकानें बंद रहीं. बंद समर्थक मोटरसाइकिल व चार पहिया वाहनों से सुबह से ही सीसीएल क्षेत्र में घूम-घूमकर बंद कराते रहे. उन्होंने एनके एरिया के परियोजनाओं में कोयला खदान में जाकर भी काम बंद कराया. परंतु बंद समर्थकों के जाते ही कामकाज सामान्य हो गया. करीब 10.30 बजे बंद समर्थकों की टोली केडी बाजार पहुंची. उन्होंने छिटपुट खुली दुकानों को बंद करा दी. इधर मंगलवार से ही सीसीएल क्षेत्र में बिजली बाधित रहने के कारण डकरा साइडिंग का कोयला ट्रांसपोर्टिंग बंद है. इसलिए कोयला ट्रांसपोर्टिंग रोकने के लिए बंद समर्थकों को कोई मशक्कत नहीं करनी पड़ी. बंद समर्थक सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण का वर्गीकरण कर क्रीमीलेयर के दायरे में दिये गये निर्णय को केंद्र सरकार की साजिश बताया. विभिन्न संगठन के बंद समर्थक सुप्रीम कोर्ट के फैसला को वापस लेने की मांग किये. उन्होंने दोपहर में राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सीओ को सौंपा. गश्त करती रही थाना पुलिस : खलारी थाना पुलिस क्षेत्र में बंद के मद्देनजर दिनभर गश्त करती रही. हालांकि कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है. बंद करानेवालों में रंथू उरांव, कन्हाई पासी, रामलखन गंझू, अमृत भोगता, देवपाल मुंडा, महेंद्र उरांव, रामेश्वर भोगता, इंदिरा देवी, अनिता गंझू, पुतुल देवी, पुष्पा खलखो, ललिता देवी, अनिता गंझू, प्रभाकर गंझू, जालिम सिंह, शिवरत मुंडा, बहुरा मुंडा, ध्वजा राम धोबी, शिवनारायण लोहरा, उमेश लोहरा, दिलीप पासवान, बलराम रविदास, सुभाष उरांव, तेजी किस्पोट्टा, सुनीता देवी, ललिता देवी, नीलू विश्वकर्मा, लक्ष्मी देवी, रुक्मिणी देवी, अनिता एक्का, नगीना देवी, रीना देवी, कविता देवी, बसंती देवी, सोनवा देवी सहित काफी संख्या में लोग शामिल थे. मालगाड़ियों का परिचालन 50% रहा : खलारी से गुजरने वाली मालगाड़ियों का परिचालन अन्य दिनों की अपेक्षा 50% रहा. खलारी स्टेशन अधीक्षक जॉन सोरेंग ने बताया कि सामान्य दिनों में खलारी से 30-32 मालगाड़ियां गुजरती थीं, परंतु बंद के कारण बुधवार को करीब 16 मालगाड़ियों का ही परिचालन हुआ. श्री सोरेंग ने बताया कि किसी कारणवश केडीएच व डकरा साइडिंग से अपेक्षाकृत कम रैक निकल पा रहा है. केडीएच व डकरा से मंगलवार को सिर्फ एक-एक रैक कोयला डिस्पैच हो सका. बुधवार को भी यही स्थिति रही.
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