पक्ष-विपक्ष को रबींद्र पर भरोसा, सर्वसम्मति से स्पीकर बने
निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद श्री महतो ने सदन में आसन संभाला
:::::::::::: ::::::::::: :::::::::: ::::::::::: निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद श्री महतो ने सदन में आसन संभाला ब्यूरो प्रमुख, रांची नाला से झामुमो के विधायक रबींद्र नाथ महतो लगातार दूसरी बार विधानसभा अध्यक्ष चुने गये. श्री महतो पर पक्ष-विपक्ष दोनों ने भरोसा जताया. श्री महतो सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुने गये. श्री महतो के स्पीकर के नाम का प्रस्ताव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, राजद विधायक सुरेश पासवान, माले विधायक अरूप चटर्जी, भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी, जदयू विधायक सरयू राय और जेएलकेएम विधायक जयराम महतो की ओर से आया था. मंगलवार को प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने विधानसभा सत्र के दौरान स्पीकर के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी करायी. निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने को बाद श्री महतो ने सदन में आसन संभाला. सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर, बाबूलाल मरांडी, सुरेश पासवान, सरयू राय, जर्नादन पासवान, अरूप चटर्जी, जेकेएलएम के जयराम महतो ने अपना वक्तव्य रखा. पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने श्री महतो के कुशल नेतृत्व में सदन की व्यवस्था सुचारू रहने और संसदीय व्यवस्था मजबूत होने की बात कही. ::::::::: :::::::::::: ::::::::: सदन में आलोचना, अभिव्यक्ति हो, गतिरोध नहीं : स्पीकर लगातार दूसरी बार विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद रबींद्र नाथ महतो ने सभी दलों के प्रति आभार व्यक्त किया. कहा कि मुझे आप सभी से अपेक्षा है कि सदन निर्बाध रूप से चले और सदन में गतिरोध ना हो. मंगलवार को विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन स्पीकर ने कहा कि हमलोग यहां जनता की बहुत सारी अपेक्षाओं के साथ चुनकर आते हैं. जनता की इस सदन से आशाएं बंधी है कि उनके हित में और उनके लिए इस महापंचायत से समुचित कार्य हो. परंतु यह भी सत्य है कि कई बार गतिरोध के कारण वांछित कार्य नहीं हो पाता है. इसलिए मैं आग्रह करना चाहता हूं कि सदन में गतिरोध न हो. सदन में आलोचना हो. सदन में विचार व्यक्त हो. अभिव्यक्ति हो, लेकिन गतिरोध सदन की परंपरा नहीं है. ::::::::: :::::::::::: ::::::::: विभूतियों के सपनों को साकार करने मिलकर प्रयास करें : हेमंत सदन में नये स्पीकर के निर्वाचन के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि लोकतंत्र का यह मंदिर जात-धर्म, वर्ग से ऊपर है. हमारे लोकतंत्र का लोहा पूरी दुनिया मानती है. बाबा भीम राव आंबेडकर के साथ देश के महान विभूतियों का समर्पण है. सदन में विपक्ष की बड़ी भूमिका होती है. विपक्ष के साथियों से आग्रह और निवेदन है कि चुनाव के दौरान जनता की अदालत ने जो निर्णय सुनाया है, उसका सम्मान और आदर हो. इस राज्य की भावना और राज्य के महान विभूतियों के सपने को साकार करें. मुख्यमंत्री ने स्पीकर के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि आपने सदन को बहुत सहनशीलता और संवेदनशीलता से चलाते रहे हैं. सदन की गरिमा को मजबूत करने में इनकी अहम भूमिका रही है. हमें भरोसा है कि विकास के लिए हम सब मिलकर आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे. ::::::::: :::::::::::: ::::::::: सदन के कस्टोडियन के नाते सभी को अवसर दें : बाबूलाल भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने रबींद्रनाथ महतो को स्पीकर चुने जाने पर शुभकामनाएं दी. साथ ही उनसे अपील करते हुए कहा कि विपक्षी सदस्यों को थोड़ा अधिक अवसर दें. नवनिर्वाचित सदस्यों को भी सदन में भरपूर अवसर दें. इससे राज्य की ज्वलंत समस्याओं की पहचान और समाधान में सरकार को भी मदद मिलेगी. कोई भी विधायक सदन में मामला उठाये तो उसका समाधान हो. सदन के कस्टोडियन के नाते सभी को अवसर दें. इससे नये विधायकों में आत्मविश्वास पैदा होगा.
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