घूसखोरी में जेल जाने के बाद भी SI मीरा सिंह का रसूख था बरकरार, इस मामले की वजह से आयी थी चर्चे में

तत्कालीन एसएसपी किशोर कौशल ने मीरा सिंह को तुपुदाना ओपी प्रभारी बनाया था. इसके बाद विकास कुमार नामक व्यक्ति को थर्ड डिग्री टॉर्चर देने का मामला सामने आया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2024 8:50 AM
an image

रांची : खूंटी की महिला थाना प्रभारी रहते 15 हजार रुपये रिश्वत लेते 25 फरवरी 2021 को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मीरा सिंह को गिरफ्तार किया था. यह न्यायिक हिरासत में जेल भी गयी थी. बावजूद उसके रसूख में कोई अंतर नहीं आया. वह विभाग में और पावरफुल होकर सामने आयी. जेल से बाहर आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने इसका तबादला फिर से खूंटी जिला बल में कर दिया था.

लेकिन इसकी रसूख के कारण पुलिस मुख्यालय को अपना आदेश रद्द कर इसे इसकी पसंद का रांची जिला बल में पदस्थापित किया गया. तत्कालीन एसएसपी किशोर कौशल ने मीरा सिंह को तुपुदाना ओपी प्रभारी बनाया था. इसके बाद चोरी के एक आरोप में एक अपार्टमेंट के केयरटेकर विकास कुमार को तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह और पुलिसकर्मी सुनील सिंह द्वारा 10 जनवरी 2023 को थर्ड डिग्री टॉर्चर देने का मामला सामने आया था.

Also Read: रांची : तुपुदाना थाना प्रभारी मीरा सिंह और उसके सहयोगी के ठिकानों पर इडी का छापा, मिली इतनी रकम

मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रांची के एसएसपी को तलब किया था. आयोग ने 17 जुलाई, 2023 की कार्यवाही के तहत आपराधिक मामले के साथ-साथ विभागीय जांच के नतीजे के बारे में रांची के एसएसपी से रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद एसएसपी की रिपोर्ट को रांची डीसी ने पत्र के माध्यम से 30 मई, 2023 को आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया था. इस रिपोर्ट में आयोग को बताया गया कि मामले की जांच की गयी है.

धुर्वा थाना में दर्ज एफआइआर नंबर 16/2023 की जांच के दौरान शिकायतकर्ता के आरोप सही पाये गये. इसलिए दोषी पुलिस पदाधिकारी तुपुदाना ओपी प्रभारी मीरा सिंह और सुनील कुमार सिंह के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है. इस मामले को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जोरदार तरीके से उठाया था. बावजूद इसके मीरा सिंह का रसूख कुछ ऐसा रहा कि वह तुपुदाना ओपी प्रभारी के पद पर काबिज रही.

Exit mobile version