एक्सआइएसएस रांची में साइनेक्स की शुरुआत रांची. एक्सआइएसएस रांची में शुक्रवार को सेंटर फॉर इनोवेशन, इंक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (साइनेक्स) की शुरुआत हुई. सेंटर का उद्देश्य स्थानीय और वैश्विक स्तर पर इंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना है. इससे सामाजिक उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही आदिवासी युवाओं व अन्य स्थानीय उद्यमियों के बीच एक सतत व्यवसाय की पहल हो सकेगी. साइनेक्स के जरिये काॅरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी का नेटवर्क तैयार होगा. समय-समय पर उद्यमियों को मेंटर, इंडस्ट्री एक्पर्ट और इनवेस्टर से जोड़ा जायेगा. ये बातें संस्थान के निदेशक डॉ जोसेफ मरियानूस कुजूस एसजे ने कहीं. डॉ जोसेफ साइनेक्स के उद्देश्यों पर चर्चा कर रहे थे. एक्सआइएसएस जीबी के अध्यक्ष फादर अजीत खेस एसजे ने कहा कि साइनेक्स इनोवेशन और इंक्यूबेशन के माध्यम से उद्यमिता के भविष्य को आकार देने का काम करेगा.
कुछ छात्र ही स्टार्टअप चुनते हैं
मुख्य अतिथि एक्सएलआरआइ जमशेदपुर के प्रोफेसर डॉ सौरभ स्नेहव्रत ने कहा कि कॉलेज में कुछ ही छात्र ऐसे होते है, जो नौकरी की ना सोचकर स्टार्टअप चुनते हैं. यह उद्यमी बनने की दिशा में पहला कदम होता है. डॉ सौरभ ने बताया कि भारत कम आय वाले रोजगार सृजन के क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर है. जबकि, उद्यम के मामले में 40वें स्थान पर और इंडिया पेटेंट्स, ट्रेडमार्क एंड इंडस्ट्रियल डिजाइन के क्षेत्र में 10वां स्थान रखता है. ऐसे में युवाओं को नये स्टार्टअप को शुरू करने से पहले अपना क्षेत्र चुनना होगा. भारत में आज भी अन्य देशों की तुलना में मानव संसाधन की कमी है. 16 से 20 वर्ष के युवा काम सीखने की जगह प्रतियोगिता परीक्षा में फंसे हुए हैं. इससे उनकी रचनात्मकता सीमित हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है