रांची : काेरोना वायरस के डर की वजह से रांची रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह 11 बजे तक सन्नाटा पसरा दिखा. रांची-लोहरदगा पैसेंजर ट्रेन की प्रत्येक बोगी में महज पांच से 10 लोग ही सफर कर रहे थे. स्टेशन पर साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था दिखी. सफाई कर्मियों द्वारा ट्रेन व पटरी पर फाॅगिंग की जा रही थी. ट्रेन के कोच में तरल साबुन की व्यवस्था की गयी है, स्टेशन में लगे लिफ्ट एवं एस्कलेटर की सफाई की जा रही थी. वहीं, रांची रेल डिवीजन से खुलनेवाले अधिकांश एसी कोचों से पर्दे हटा दिए गए हैं. यात्रियों को कंबल उनकी मांग के अनुसार दिया जायेगा तथा तथा एसी कोचों में तापमान 25 डिग्री पर रखने को कहा गया है. वहीं स्टेशन पर कार्यरत रेलकर्मी, आरपीएफ जवान, सफाईकर्मी व यात्री मास्क लगाये दिखे.
सीपीआरओ नीरज कुमार ने बताया कि कोरोना को लेकर रांची रेल मंडल के सभी स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित किये गये हैं. सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीज के इलाज के लिए अलग क्लीनिक की व्यवस्था की गयी है. कोरोना वायरस से पीड़ित संदिग्ध मरीज का आइसोलेटेड वार्ड में इलाज किया जा सके, इसलिए रांची रेल मंडल में 50 बिस्तर वाले आइसोलेटेड वार्ड की व्यवस्था की गई है. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जो 24 घंटे उपलब्ध रहेगी. वहीं, लोगों को जागरूक करने के लिए मंडल के सभी स्टेशनों पर बैनर और पोस्टर लगाये गये हैं. ऑडियो और वीडियो क्लिप के माध्यम से स्टेशनों में लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ट्रेनों के प्राथमिक रखरखाव के दौरान कोचों के अंदर की सफाई में कीटाणुनाशक का प्रयोग किया जा रहा है.
सफाई कर्मचारियों से कहा गया है कि यात्रियों द्वारा प्रयोग में लाये जानेवाले बेंच, कुर्सी, वाॅश बेसिन, बाथरूम, डोर नॉब आदि को निरंतर कीटाणु रहित करते रहे.
कोरोना को लेकर रांची रेल मंडल के स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर प्रदर्शित किये गये : सीपीआरओ
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक टीम का गठन किया गया है, जो 24 घंटे उपलब्ध रहेगी