JMM के पूर्व विधायक अमित महतो ने हेमंत सरकार को दिया अल्टीमेटम, JPSC और JSSC को भी निशाने पर लिया

jharkhand news: सिल्ली से JMM के पूर्व विधायक अमित महतो ने अपनी मांगों को लेकर हेमंत सरकार को अल्टीमेटम दिया है वर्ना 20 फरवरी को पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही है. पूर्व विधायक के इस मांग को लेकर झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. वहीं, इसको लेकर विपक्ष हेमंत सरकार पर हमलावर हो गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2022 3:39 PM
an image

Jharkhand news: कभी AJSU सुप्रीमो सुदेश महतो को हराने वाले सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो ने खुद अपनी ही सरकार यानी हेमंत सरकार को अल्टीमेटम दिया है. खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति तथा बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटाने के लिए 20 फरवरी, 2022 तक अल्टीमेटम दिया है वर्ना JMM पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही है. अमित महतो के ट्विटर पर पोस्ट करने के साथ ही विपक्ष भी हेमंत सरकार पर हमलावर हो गयी है.

ट्विटर पर पोस्ट करते हुए JMM के पूर्व विधायक अमित महतो ने अपने ही सरकार को एक महीने का अल्टीमेटम दिया है. पूर्व विधायक ने कहा कि अगर एक महीने के अंदर खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति बनाने एवं बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की सूची से नहीं हटाती है, तो आगामी 20 फरवरी, 2022 को JMM पार्टी से इस्तीफा दे देंगे.

इतना ही नहीं, पूर्व विधायक अमित महतो ने JPSC और JSSC को भी निशाने पर लिया. कहा कि यह झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत की सबसे भ्रष्ट आयोग के रूप में शुमार है. बता दें कि हेमंत सोरेन के काफी करीबी समझे जानेवाले अमित महतो के इस अल्टीमेटम के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गयी है.

Also Read: 136 आवासीय विद्यालय के छात्रों को झारखंड सरकार देगी टैब, जानें कैबिनेट के अन्य बड़े फैसले

वहीं, भाजपा इसे मुद्दा मानकर हेमंत सरकार पर हमला करने से नहीं चूकी. पूर्व विधायक अमित महतो के ट्विटर पर पोस्ट करते ही भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने जहां पूर्व विधायक अमित महतो पर मरहम लगाया, वहीं हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला. ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि अमित महतो को अपना इस्तीफा तैयार रखना चाहिए.

प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मौजूदा सरकार को झारखंडी और झारखंडी भावनाओं से कोई मतलब नहीं है. मेनिफेस्टो में दिये गये वायदे को यह सरकार पूरी तरीके से भूल गई है. वहीं, ट्रांसफर-पोस्टिंग और अवैध खनन का खेल चरम पर है. कहा कि अमित महतो तो JMM के पूर्व विधायक हैं, इस सरकार में तो अपने मंत्रियों की भी नहीं सुनी जा रही है.

वहीं, पूर्व विधायक अमित महतो के JPSC और JSSC को सबसे भ्रष्ट कहने पर भाजपा प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट किया कि सीएम हेमंत सोरेन ने तो JPSC को क्लीन चिट दे दिया है. अब जेपीएससी तो मुख्य परीक्षा लेने जा रही है. पूर्व झामुमो विधायक अमित के छात्र हित के लिए संघर्ष को मैंने बहुत करीब से देखा है, लेकिन यकीन मानिए जेपीएससी मुद्दे पर कुछ नहीं होगा.

Also Read: रांची के 257 होमगार्ड का चयन निरस्त, जानें क्या है इसकी बड़ी वजह

मालूम हो कि अमित महतो सिल्ली विधानसभा क्षेत्र के कद्दावर नेता माने जाते हैं. रांची के BIT मेसरा से इंजीनियरिंग कर चुके अमित महतो AJSU सुप्रीमो सुदेश महतो को विधानसभा चुनाव में हरा चुके हैं. वर्ष 2014 के चुनाव में अमित महतो ने सुदेश महतो को हराया था. लेकिन, एक मामले में नाम आने के बाद वर्ष 2018 में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. वहीं, वर्ष 2018 के उपचुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी को जिताने में कामयाब हुए थे, लेकिन वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो उनकी पत्नी को हराकर विधायक बने हैं.

Posted By: Samir Ranjan.

Exit mobile version