भू-अर्जन कार्यालय ने नहीं दिया रैयतों को मुआवजा, सिरमटोली फ्लाइओवर निर्माण कार्य प्रभावित
रैयतों की आपत्ति के बाद आगे का काम नहीं हो पा रहा है. प्रोजेक्ट के कई कार्यों में अड़चनें आ गयी है. वहीं निवारणपुर की ओर भी भू-अर्जन किया गया है, पर मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है
सिरमटोली फ्लाइओवर प्रोजेक्ट के रैयतों को उनकी जमीन के एवज में मुआवजे का भुगतान नहीं हो पाया है. करीब छह महीने पहले ही मुआवजे की राशि जिला भू-अर्जन कार्यालय को दे दी गयी है. पर अभी तक एक भी रैयत को मुआवजा नहीं मिला है. इस कारण रैयतों ने स्पष्ट किया है कि पहले मुआवजा का भुगतान हो, तभी उनकी जमीन पर काम हो.
रैयतों की आपत्ति के बाद आगे का काम नहीं हो पा रहा है. प्रोजेक्ट के कई कार्यों में अड़चनें आ गयी है. वहीं निवारणपुर की ओर भी भू-अर्जन किया गया है, पर मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे वहां भी रैयतों की आपत्ति है. ऐसे में यहां पर पाइलिंग का काम प्रभावित हो गया है. कुल मिला कर भू-अर्जन के कारण परियोजना पर काम करना मुश्किल हो रहा है. इसका असर पूरे प्रोजेक्ट पर पड़ रहा है. परियोजना के क्रियान्वयन में समय लग रहा है.
सिरमटोली चौक के आगे करीब 16 रैयतों की जमीन लेनी है. जमीन लेने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी. अब केवल रैयतों को मुआवजा का भुगतान करना है. यहां पर कंपनी को नाली के निर्माण के साथ ही अन्य सारे कार्य करने हैं. यह लक्ष्य रखा गया था कि प्रोजेक्ट को तय समय से काफी पहले पूरा कर दिया जायेगा. अक्तूबर तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. अगस्त माह गुजर गया है. मात्र दो माह बचे हैं. दो माह में प्रोजेक्ट को पूरा करना संभव नहीं दिख रहा है. ऐसे में अभी काफी वक्त लगेगा. इंजीनियरों का कहना है कि अभी मुआवजा वितरण हो जाये और जमीन के कारण कार्य प्रभावित न हो, तो काम में तेजी आ जायेगी.
फ्लाईओवर के लिए सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. प्रशासन द्वारा रैयतों को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया चल रही है. इसमें और तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. रैयतों से आग्रह है कि वह निर्माण कार्य में सहयोग करें.
राहुल कुमार सिन्हा, डीसी, रांची