रांची : झारखंड में कपड़ा, जूता-चप्पल समेत कई अन्य दुकानें खुलने पर संशय मंगलवार (16 जून, 2020) को भी बरकरार रहा. अब बुधवार (16 जून, 2020) को राज्य में लॉकडाउन में छूट बढ़ाने पर कोई निर्णय आने की संभावना है. इस संबंध में उच्चस्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी में लॉकडाउन में ढील देने संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
झारखंड में कपड़े, जूते-चप्पल समेत कई अन्य दुकानें मंगलवार (16 जून, 2020) से खुलनी थीं, लेकिन देर शाम तक इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से कोई आदेश नहीं आया. अब व्यवसायियों के बीच यह संभावना बढ़ गयी है कि संभवत: बुधवार (16 जून, 2020) को इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से कोई गाइड लाइन आयेगा.
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लॉकडाउन के कारण करीब 85 दिनों से कपड़ों का व्यवसाय राजधानी समेत पूरे राज्य में ठप पड़ा हुआ है. राज्य में 50 हजार से अधिक कपड़े की दुकानें हैं, जिनसे प्रत्यक्ष रूप से 5 लाख लोग जुड़े हैं. वहीं, राजधानी समेत आसपास के इलाके में करीब 10 हजार दुकानें हैं. लेकिन, इन दुकानों का शटर बंद रहने से कपड़ा व्यवसायियों समेत जूता-चप्पल और छोटे दुकानदार परेशान हैं.
झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ का कहना है कि कपड़ा, जूता-चप्पल दुकानों के बंद होने से उनके और उनके दुकान में काम करने वाले लोगों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हेमंत सरकार को इस ओर गंभीरता पूर्वक ध्यान देने की जरूरत है. संघ का कहना है कि राज्य सरकार जो भी गाइड लाइन देती है, उसका सभी दुकानदार पालन करेंगे.
गौरतलब है कि झारखंड में गत 22 मार्च, 2020 से ही लॉकडाउन लागू है. 1 जून, 2020 से कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य इलाकों में रियायत दी गयी थी, जबकि कपड़े व जूते की दुकानें बंद रखने का निर्देश दिया गया था. इसे लेकर दुकानदारों ने सरकार से राहत देने का आग्रह किया है.
Posted By : Samir ranjan.