झारखंड में कौशल विवि की होगी स्थापना, जानें क्या है इसका मुख्य उद्देश्य
झारखंड कौशल विवि की स्थापना के लिए स्किल विवि विधेयक-2022 पारित कर दिया. इसका मुख्यालय खूंटी में होगा. इसका उद्देश्य उद्यमिता में सीधे प्रवेश करने या एक स्टार्टअप आरंभ करने में रूचि रखनेवाले छात्रों को करियर-उन्मुख शिक्षा और कौशल प्रदान करना है
झारखंड में कौशल विवि की स्थापना के लिए कौशल विद्या उद्यमिता, डिजिटल एवं स्किल विवि विधेयक-2022 गुरुवार को पारित किया गया. राज्य के युवाओं को कौशलयुक्त करने के लिए राज्य सरकार अौर प्रेझा फाउंडेशन (पैन आइटी एलुमुनी रिच फॉर झारकंड फाउंडेशन) के सहयोग से इसका संचालन होगा. इसका मुख्यालय खूंटी में होगा. इस विवि से फिलहाल आठ पॉलिटेक्निक संस्थानों को जोड़ा जायेगा.
इस विवि का मुख्य उद्देश्य कार्य का उद्यमिता में सीधे प्रवेश करने या एक स्टार्टअप आरंभ करने में रूचि रखनेवाले छात्रों को करियर-उन्मुख शिक्षा अौर कौशल प्रदान करना है. स्वरोजगार अौर उद्यमिता विकास के लिए आवश्यक कौशल प्रशिक्षण के सात उद्यमशीलता उन्मुखीकरण प्रदान करना है.
इस विवि के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षा और अन्य वितरण मॉड्यूल के माध्यम से पेश किये गये पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को जीवन भर अौर निरंतर प्रशिक्षण का अवसर प्रदान करना है. योग्यता आधारित कौशल अौर व्यावसायिक शिक्षा के लिए एक विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली तैयार करना है. इसके अलावा बाजार अौर उद्योग की जरूरतों के अनुरूप व्यावहारिक प्रशिक्षण, पेशेवर अौर कौशल आधारित प्रशिक्षण पर केंद्रित एक शिक्षण अध्यापन प्रदान करना है.
राज्यपाल इस विवि के कुलाधिपति होंगे. विवि में अध्यक्ष ही प्रमुख होंगे. जिनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिए नोडल एजेंसी द्वारा चयन समिति की अनुशंसा पर होगी. इसके अलावा कुलपति, प्रतिकुलपति, कुलसचिव, मुख्य वित्त अौर लेखा पदाधिकारी, डीन अादि की नियुक्ति होगी. विवि से सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर आदि अन्य शैक्षणिक पाठ्यक्रम होंगे. कुलपति की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए अध्यक्ष द्वारा चयन समिति की अनुशंसा पर होगी.