रांची : धुर्वा में 656 एकड़ जमीन पर बन रही स्मार्ट टाउनशिप में नीलामी की सूचना जल्द सार्वजनिक कर दी जायेगी. स्मार्ट सिटी में कुल 375 एकड़ जमीन नीलाम की जायेगी. नीलाम की जानेवाली भूमि में आवासीय और व्यावसायिक दोनों तरह के प्लॉट होंगे. इ-ऑक्शन से नीलामी होगी.
नगर विकास विभाग द्वारा नियमावली तैयार कर ली गयी है. स्मार्ट सिटी में जमीन की रिजर्व कीमत (जिस कीमत से नीलामी शुरू होगी) अधिकतम सर्किल रेट से डेढ़ गुना तक अधिक होगी. व्यावसायिक के अलावा आवास के रूप में चिह्नित भूमि की नीलामी भी अधिकतम सर्किल रेट से डेढ़ गुना अधिक रिजर्व प्राइस पर प्रतिस्पर्धा अधिक होने की हालत में नीलामी में हिस्सा लेनेवाले ही भूमि की कीमत तय करेंगे.
पूर्व में नगर विकास विभाग द्वारा तय किया गया रिजर्व प्राइस अधिकतम सर्किल रेट से तीन गुना अधिक तक निर्धारित किया गया था. उस समय विभाग द्वारा स्मार्ट सिटी की आधारभूत संरचना के अलावा सिविक टावर, रवींद्र भवन, स्मार्ट रोड समेत अन्य तरह के निर्माण पर होने वाले खर्च के साथ जमीन की निर्धारित सर्किल रेट और प्रशासनिक खर्च को जोड़ कर रिजर्व प्राइस निर्धारित किया गया था. हालांकि, इसे अव्यवहारिक मानते हुए अब रिजर्व प्राइस में संशोधन किया गया है.
वर्तमान में जमीन का सर्किल रेट व स्मार्ट सिटी में दी जानेवाली सुविधाओं पर आनेवाले खर्च के आधार पर रिजर्व प्राइस तय किया गया है. सिविक टावर, रवींद्र भवन, स्मार्ट रोड व प्रशासनिक खर्च जैसी चीजों को हटा कर ही रिजर्व प्राइस निर्धारित किया गया है.
स्मार्ट सिटी में 15,000 आवासों का निर्माण किया जायेगा. इन आवासों में एचअाइजी, एमआइजी, एलआइजी व इडब्ल्यूएस आवास शामिल हैं. स्मार्ट सिटी में बिजनेस, रियल एस्टेट, हेल्थ, एजुकेशन से लेकर हाउसिंग तक के लिए भूमि का चिह्नितिकरण किया जा चुका है.
स्मार्ट सिटी में कुल 86.5 एकड़ भूमि पर आवासीय परिसर बनाया जायेगा. वहां की सड़कें 40 मीटर चौड़ी होंगी. स्मार्ट सिटी में व्यावसायिक कार्यों के लिए कुल 67.7 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है. इसमें कॉमर्शियल अॉफिस, फाइव स्टार होटल, रिटेल मॉल, कॉमर्शियल टावर, हाट, वेंडिंग एरिया, लोकल शॉपिंग सेंटर का निर्माण पीपीपी मोड में कराया जायेगा.
– सूचना तकनीक की तमाम सुविधाएं होंगी
– डिजिटाइलजेशन पर रहेगा जोर
– बिजली की व्यवस्था सौर ऊर्जा से होगी
– धूल से निबटने के होंगे खास इंतजाम
– बेकार पानी को फिर से इस्तेमाल करने के लायक बनाया जायेगा
– बिजली विभाग स्मार्ट मीटर लगायेगा
– हर मकान में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी
– एनर्जी एफिशिएंट मकान और ऑफिस बनाये जायेंगे
– स्ट्रीट लाइट की अच्छी व्यवस्था होगी
– नागरिकों की सुरक्षा के खास इंतजाम किये जायेंगे
– ठोस कचरा के निष्पादन की व्यवस्था होगी
– इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया जायेगा
– साफ-सफाई पर खास जोर रहेगा
– पैदल चलनेवालों के लिए विशेष इंतजाम किये जायेंगे
– रिवर फ्रंट विकसित किया जायेगा
– बच्चों के लिए खेलने के लिए पार्क बनाये जायेंगे
– 245.05 एकड़ क्षेत्र में ओपेन स्पेस होगा
86.5 एकड़ भूमि पर आवासीय मकान और फ्लैट बनाये जायेंगे
एआइजी, एमआइची, एचआइजी, सुपर एचआइजी और फ्लैट बनेंगे
सबसे कम घनत्ववाले क्षेत्र में प्रति एकड़ में 50 से 200 लोग बसेंगे
मध्यम घनत्ववाले क्षेत्र में प्रति एकड़ क्षेत्र में 201 से 400 लोगों को बसाया जायेगा
अत्यधिक घनत्ववाले क्षेत्र में प्रति एकड़ क्षेत्र में 401-800 लोग रहेंगे
शैक्षणिक संस्थानों को जगह मिलेगी, 200 वर्ग फीट में हॉस्टल के लिए 2016 कमरे बनेंगे
1,67,270 लोग रहेंगे स्मार्ट सिटी में, इनमें 72,248 लोग वर्किंग क्लास के
स्मार्ट सिटी में चार प्रवेश और निकास द्वार होंगे, हटिया स्टेशन से एक गेट की दूरी 0.5 किमी होगी
एयरपोर्ट से दो किलोमीटर की दूरी बनेगा स्मार्ट सिटी का एक गेट
सिटी के अंदर बननेवाली 2.5 किमी सड़क करीब 40 मीटर चौड़ी होगी
191.64 करोड़ की लागत से अर्बन सिविक टावर बनेगा
posted by : sameer oraon