रांची : अखंड सुहाग की कामना करते हुए शुक्रवार (22 मई, 2020) को सुहागिनों ने वट सावित्री की पूजा की. पति की दीर्घायु के लिए की जाने वाली इस पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया.
महिलाओं ने सुबह-सुबह सोलह शृंगार करवट वृक्ष में रक्षा सूत्र बांधा. सावित्री एवं सत्यवान की कथा सुनी. अधिकतर जगहों पर देखा गया कि पूजा से लेकर कथा सुनने तक के दौरान किसी ने मास्क नहीं पहना.
कहते हैं कि वट सावित्री की पूजा से सुखद वैवाहक जीवन की कामना पूरी होती है. पति की आयु लंबी होती है. सुबह से ही महिलाएं घर के आसपास के वट वृक्ष के नीचे जाकर समूह में पूजा-अर्चना करती हैं.
वट सावित्री व्रत पूजा को लेकर बांस के बनी टोकरी और पंखे की खूब बिक्री हुई. प्रशासन ने सभी जिलों में लॉकडाउन की वजह से धारा 144 लगा रखा है. बावजूद इसके महिलाएं समूह में वट वृक्ष के नीचे पहुंचकर पूजा कर रही हैं.
मास्क लगाकर वट सावित्री की पूजा कराने पहुंचे पंडित जी
गुमला में महिलाओं ने पूरे विधि-विधान के साथ वट सावित्री की पूजा की.
गढ़वा जिला में महिलाओं में वट सावित्री के व्रत को लेकर काफी उत्साह रहा.
श्री बंशीधर नगर में अमर सुहाग के लिए महिलाओं ने रखा वट सावित्री का व्रत.
गढ़वा जिला के रंका प्रखंड में महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा
सिमडेगा जिला में महिलाओं में वट सावित्री पूजा को लेकर उत्साह देखा गया.