कोरोना से रिश्ते तार-तार: संक्रमण से मां की माैत तो बेटे अंतिम संस्कार से करने लगे आनाकानी
कोरोना संक्रमण ने रिश्ते को भी तार-तार कर दिया है. संक्रमण से मौत होने पर अपने ही दूर भागते दिख रहे हैं. रिम्स के कोविड-19 अस्पताल में शनिवार को ऐसा ही नजारा दिखा. साहेबगंज की 66 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हो गयी, तो सगे बेटे अंतिम संस्कार से भागने लगे. रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक बेटे ने अधिक वजन के कारण अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने की विवशता जाहिर की.
रांची : कोरोना संक्रमण ने रिश्ते को भी तार-तार कर दिया है. संक्रमण से मौत होने पर अपने ही दूर भागते दिख रहे हैं. रिम्स के कोविड-19 अस्पताल में शनिवार को ऐसा ही नजारा दिखा. साहेबगंज की 66 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हो गयी, तो सगे बेटे अंतिम संस्कार से भागने लगे. रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक बेटे ने अधिक वजन के कारण अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने की विवशता जाहिर की. वहीं, दूसरा बेटा शमशान घाट से डरने की बात कह कर पीछा छुड़ाने लगा. हालांकि, रिम्स के पारा मेडिकल स्टाफ के समझाने पर बेटा अंतिम संस्कार को तैयार हुआ.
दोपहर 1:50 बजे महिला की मौत : वृद्ध महिला किडनी की बीमारी से पीड़ित थी. उसे रिम्स के कोविड-19 अस्पताल में शुक्रवार को भर्ती कराया गया था. महिला किडनी की बीमारी से ग्रसित थी. वहीं, कोरोना संक्रमण के कारण सेप्टिक शॉक में चली गयी थी. शनिवार दोपहर 1:50 बजे उसकी मौत हो गयी.
प बंगाल के युवक की मौत के बाद छोड़ गये थे परिजन
रिम्स के कोविड-19 अस्पताल में पिछले माह भी एक मामला आया था. कोरोना संक्रमण से पश्चिम बंगाल के युवक की मौत हो गयी थी. तब परिजन यह कहते हुए चले गये कि उनके पास शव ले जाने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है. बाद में जिला प्रशासन व रिम्स प्रबंधन द्वारा शव का अंतिम संस्कार कराया गया. मृत युवक व उसके घरवाले रामगढ़ के पास दुघर्टना में घायल हो गये थे.