रांची. अचला एकादशी रविवार को है. रविवार की रात को 12.59 बजे तक एकादशी है. इस दिन रेवती नक्षत्र मिल रहा है.इसके अलावा आयुष्यमान योग के बाद सौभाग्य योग व प्रवर्द्धमान योगा मिल रहा है. इस एकादशी को ओडिशा में जलक्रीड़ा एकादशी और पंजाब में भद्रकाली एकादशी के नाम से जाना जाता है. पंडित कौशल कुमार मिश्र ने कहा कि रविवार को एकादशी मिलने से इस दिन यायीजययोग व सर्वार्थसिद्धि योग का नक्षत्र रात 12.37 बजे तक मिल रहा है. इस एकादशी पर भगवान त्रिविक्रम की पूजा की जाती है. इस व्रत को करने से पुण्य और धन में वृद्धि होती है. इसके अलावा भूत-प्रेत जैसी निकृष्ट योनियों से मुक्ति मिलती है. एकादशी के दिन व्रत की कथा सुनने और रात में जागरण करने का भी महत्व होता है. इस दिन राजधानी के विभिन्न मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी.
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