रांची. मसीही विश्वासियों ने नववर्ष की शुरुआत आराधना के साथ की. गिरजाघरों में नववर्ष को लेकर विशेष आराधना का आयोजन हुआ था. इसमें बड़ी संख्या में मसीही शामिल हुए और ईश्वर के प्रति अपनी कृतज्ञता अर्पित की. संत पॉल्स कैथेड्रल में बुधवार सुबह हुई आराधना के मुख्य अनुष्ठक बिशप बीबी बास्के थे. बिशप बास्के ने कहा कि हम नववर्ष को यीशु के विश्वास के साथ आरंभ करें. हम सभी पर त्रिएक परमेश्वर की प्रभुता बनी रहे. वहीं हमें पाप और मृत्यु से छुड़ा सकता है. यीशु ही वह सृजनात्मक सामर्थ्य है, जो मनुष्यों के बीच डेरा किए हुए है. बाइबल में वर्णित ””””इमानुएल”””” का यहीं अर्थ है कि ईश्वर हमारे साथ है.
यीशु जीवन के वास्तविक अर्थ को पुनस्थार्पित करता है
बिशप बास्के ने कहा कि जब मनुष्य अपने आलस्य और पाप में होता है, तो ईश्वर अपनी आत्मा देकर उन्हें पुनर्जीवित करता है. यीशु जीवन के वास्तविक अर्थ को पुनस्थार्पित करता है, जिसे मनुष्यों ने पाप की वजह से खो दिया है. वह पवित्र आत्मा ही है, जो ईश्वरीय सच्चाई को लोगों पर प्रकट करता है. पवित्र आत्मा ही एकमात्र कारक है, जो मानव जीवन में पुननिर्माण का कार्य करता है. इस अवसर पर रेव्ह एस डेविड सहित अन्य पुरोहितों ने आराधना के संचालन में सहयोग किया. संत मरिया महागिरजाघर, जीइएल चर्च, होली ट्रिनिटी चर्च, होली एंजिल्स चर्च सहित अन्य चर्चों में भी बड़ी संख्या में विश्वासी आराधना में शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है