घर में नहीं है खाली जगह, तो पांच हजार खर्च कर रेनी फिल्टर लगायें

रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर निगम में आयोजित कार्यशाला में बोले विशेषज्ञ. रेनी फिल्टर के माध्यम से बारिश के पानी को धरती के अंदर भेज सकते हैं. इससे भूगर्भ जल होगा रिचार्ज.

By Prabhat Khabar News Desk | May 9, 2024 12:00 PM

रांची. वर्षा जल संरक्षण को लेकर बुधवार को निगम सभागार में कार्यशाला हुई. इस दौरान रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर अभियान चला रहे मनोज कुमार ने कहा कि आज लोगों में एक धारणा बन गयी है कि घर में खाली जगह नहीं है, तो हम रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण कैसे और कहां करायें. जबकि, सच्चाई यह है कि ऐसे लोग भी पांच हजार रुपये खर्च कर अपने घर में रेनी फिल्टर लगा सकते हैं.

रेनी फिल्टर को घर की दीवारों पर भी लगाया जा सकता है. जब बारिश होगी, तो इस रेनी फिल्टर के माध्यम से पानी को सीधे धरती के अंदर डाला जा सकता है. इसके लिए रेनी फिल्टर को बोरिंग से जोड़ना होगा. इस प्रकार से हम भूगर्भ जल को रिचार्ज कर सकते हैं. कार्यशाला में नगर निगम वाटर बोर्ड, सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, भूगर्भ जल निदेशालय, रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए सूचीबद्ध एजेंसी सहित विभिन्न एनजीओ के पदाधिकारी उपस्थित थे.

कभी नहीं होगी पानी की किल्लत

मनोज ने कहा कि वर्तमान में सरकार द्वारा यह नियम बनाया गया है कि 3000 वर्गफीट से अधिक क्षेत्रफल वाले भवनों के लिए ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य है. इससे शहर का ग्राउंड वाटर बहुत ज्यादा बढ़ने वाला नहीं है. बल्कि, इसकी जगह पर छोटे भवनों को भी इसके दायरे में लाया जाये. इसके लिए लोगों को जागरूक कर रेनी फिल्टर लगवाया जाये. उनका दावा है कि शहर में कभी जलसंकट की स्थिति नहीं आयेगी. इसलिए इस अभियान में निगम द्वारा जिन एजेंसियों को भी सूचीबद्ध किया गया है या जिन एनजीओ की मदद ली गयी है, वे सभी लोगों को रेनी फिल्टर लगाने के लिए प्रेरित करें.

रेनी फिल्टर को ऐसे कर सकते हैं इंस्टॉल

घर की छत से पानी निकलने वाली जगहों पर पाइप लगायें. फिर इसे रेनी फिल्टर से कनेक्ट कर दें. आम तौर पर जब पहली बारिश होती है, तो उसमें छत में जमी धूल व गंदगी भी बहकर आती है. इसलिए इस दौरान रेनी फिल्टर की चाबी मोड़ कर इस पानी को खुली जगहों या घर के बाहर बहा दें. इसके बाद जो भी पानी आये, उसे सीधे बोरिंग में जानें दें.

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