रांची. मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव की हलचल शुरू हो गयी है. हालांकि इसके अब तक ज्यादा सक्रिय नहीं रहने के कारण इसका हल्का असर झारखंड पर पड़ सकता है. छह अक्तूबर से झारखंड के कई हिस्सों में छिटपुट बारिश हो सकती है. वहीं, बांग्लादेश में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है और वह फिलहाल वहीं रुका हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार अब तक बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर) पूरी तरह से सक्रिय नहीं हो सका है. अब तक मिले संकेत के अनुसार दक्षिणी हिस्से में छह से तीन दिन तक गर्जन व वज्रपात के साथ-साथ रुक-रुक कर छिटपुट बारिश हो सकती है. जबकि संताल परगना के इलाके में हल्की व मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. मानसून की विदाई फिलहाल राजस्थान व गुजरात से हो गयी है. जबकि झारखंड से यह पूरी तरह 15 अक्तूबर तक विदा हो सकती है. 15 अक्तूबर के बाद झारखंड में गुलाबी ठंड पड़ने की संभावना है. ठंड का व्यापक प्रभाव इस बार फरवरी तक रहेगा. गुरुवार को सबसे अधिक बारिश आठ मिमी लातेहार में रिकार्ड किया गया. वहीं शाम में बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, जामताड़ा, लातेहार, दुमका में वज्रपात के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की बारिश हुई.
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