ranchi news : सात वर्षों से फाइलों में बन रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी

ranchi news : जेएसएसपीएस को दो वर्षों में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाना था. लेकिन यह स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पिछले सात वर्षों से फाइलों में ही बन रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 18, 2025 12:31 AM
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रांची (राजेश तिवारी). सीसीएल और झारखंड सरकार के बीच 17 जून 2015 में एमओयू हुआ था, जिसके बाद झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी की शुरुआत हुई. इस एमओयू के अंतर्गत जेएसएसपीएस को दो वर्षों में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाना था. लेकिन यह स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पिछले सात वर्षों से फाइलों में ही बन रही है. एमओयू के बाद से ही प्रयास चल रहा है, लेकिन यूनिवर्सिटी अभी तक धरातल पर नहीं उतर पायी. इससे संबंधित फाइल भी खेलगांव और खेल विभाग के बीच घूम रही है. हालांकि इसको लेकर कई बार बैठक भी हुई, लेकिन यूनिवर्सिटी बनाने की पहल शुरू नहीं हुई. खेल निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि जेएसएसपीएस की एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा हुई थी.

2011 से जारी है स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने का प्रयास

राज्य में 2011 में 34वें नेशनल गेम्स का आयोजन होटवार में हुआ था. वहां इंटरनेशनल क्वालिटी के नौ स्टेडियम और अन्य आधारभूत संरचनाएं तैयार की गयी थीं. इसके बाद इसके समुचित उपयोग के लिहाज से स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और स्पोर्ट्स एकेडमी शुरू किये जाने की योजना सरकार के स्तर पर बनी. इस दौरान 2015 में तत्कालीन रघुवर दास की सरकार के समय सीसीएल और राज्य सरकार के बीच एमओयू हुआ. इसके अनुसार 2018-19 में खेल विश्वविद्यालय की शुरुआत होनी थी. साथ ही होटवार में स्पोर्ट्स एकेडमी का भी शुभारंभ होना था. इस आधार पर जेएसएसपीएस ने 2016-2017 में एकेडमी का संचालन शुरू कर दिया. हालांकि शर्तों के हिसाब से दो साल के भीतर 15 खेलों में एकेडमी शुरू होनी थी. तीन वर्षों के भीतर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी शुरू करने की बात थी. पर दोनों काम अब तक अधूरे हैं. दूसरी तरफ 10 राज्यों में स्पोर्ट्स एकेडमी चल रही हैं.

10 एकड़ में बनना है खेल विवि

होटवार में 10 एकड़ जमीन पर खेल विश्वविद्यालय बनाने की योजना है. इसके लिए सरकार की ओर से जमीन चिन्हित कर डीपीआर बनाया जायेगा. इसके रख-रखाव और अन्य जिम्मेदारियों में सीसीएल की भागीदारी होगी. योग और फिजिकल एजुकेशन की शिक्षा दी जायेगी. इस खेल विश्वविद्यालय में योग, फिजिकल एजुकेशन, व्यायाम क्रिया, विज्ञान व जीव यांत्रिकी, क्रीड़ा प्रबंधन कौशल एवं क्रीड़ा मनोविज्ञान, समाज विज्ञान, उन्नत क्रीड़ा प्रशिक्षण एवं तकनीकी आदि में उच्च शिक्षा दी जायेगी. विश्वविद्यालय में 50 फीसदी विद्यार्थी झारखंड के मूल निवासी होंगे. साथ ही फीस में उन्हें 25 प्रतिशत की छूट दी जायेगी. तत्कालीन राज्यपाल भी इस विवि के प्रस्ताव को मंजूरी दे चुके हैं.

दूसरे राज्यों में पढ़ने जाते हैं झारखंड के खिलाड़ी

खेल विश्वविद्यालय की शुरुआत से यहां के खिलाड़ियों को सीधा फायदा मिलेगा. यहां के खिलाड़ियों को खेल से संबंधित कोर्स करने के लिए या तो पटियाला जाना पड़ता है या फिर किसी और राज्य में. विवि खुल जाने से इस राज्य के खिलाड़ियों को कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

बिहार में खेल विवि शुरू

बिहार में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना 24 फरवरी 2023 में हुई थी. वहीं इसकी शुरुआत 29 अगस्त 2024 में हुई, जिसका उदघाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था. यही नहीं स्थापना के 350 दिनों बाद यूजीसी की मान्यता भी मिल गयी. उदघाटन के साथ ही यहां खेल से संबंधित कई तरह के कोर्स भी शुरू कर दिये गये हैं. इनमें डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, योग में डिप्लोमा व चार वर्ष का बीपीएड कोर्स भी शुरू हो चुके हैं. लेकिन, झारखंड में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की फाइल अधिकारियों की टेबल की शोभा बढ़ा रही है. खेल निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को लेकर ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जायेगा.

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