अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतनेवाले 40 वर्ष से अधिक उम्र के सेवानिवृत्त खिलाड़ियों को राज्य सरकार 10 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देगी. खिलाड़ी पेंशन योजना के तहत आजीवन हर माह पेंशन दी जायेगी. हालांकि, नौकरी करनेवाले खिलाड़ियों काे पेंशन नहीं मिलेगी. झारखंड खेल नीति-2022 के आलोक में खेल विभाग ने इससे संबंधित दिशा-निर्देश जारी किया है.
पदक जीतनेवाले खिलाड़ी की मृत्यु होने पर उनके बच्चों या आश्रित पति-पत्नी को पांच हजार रुपये मासिक देने का प्रावधान किया गया है. पेंशनधारियों को यह राशि सीधे उनके खाते में भेजी जायेगी. इससे आर्थिक तंगी से निजात मिलेगी.
अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार या ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त व कॉमनवेल्थ और एशियन खेलों के पदक विजेता सेवानिवृत्त खिलाड़ी पेंशन के योग्य होंगे. इनके अलावा ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को भी पेंशन का अधिकारी माना गया है.