रांची : महिला प्रताड़ना से जुड़े रांची जिले के 20-25 मामलों को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने मंगलवार को एसएसपी से जानकारी ली. इसमें डोरंडा निवासी योग शिक्षिका राफिया नाज का मामला भी था. आयोग की अध्यक्ष रेखा मिश्रा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई की. इस दौरान पीड़िता राफिया नाज व रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा मौजूद थे.
राफिया नाज ने आयोग को बताया कि उसने अपने व परिवार की सुरक्षा की मांग की थी. उसे कई लोग धमकी दे चुके हैं. लेकिन जब वह शिकायत करती है, तब पुलिस कार्रवाई नहीं करती. वह जिन लोगों के खिलाफ शिकायत करती है, पुलिस उन्हें बता देती है. इस वजह से वह कई लोगों की नजर में आ चुकी है.
जब वह शिकायत करने सचिवालय जाती है, तब उसे प्रवेश नहीं करने दिया जाता. पुलिस उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लेती. पूर्व में उसे सुरक्षा प्रदान की गयी थी. लेकिन बाद में उसे हटा लिया गया.
महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा एसएसपी से पूछने पर उन्होंने बताया कि राफिया को पूर्व में सुरक्षा प्रदान की गयी थी. लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से जवानों की कमी होने के कारण सुरक्षाकर्मियों को हटा लिया गया.
राफिया की सुरक्षा का आश्वासन एसएसपी ने महिला आयोग की अध्यक्ष को दिया है. साथ ही एसएसपी ने राफिया से यह भी कहा है कि वह किसी मामले में सीधे तौर पर उनके पास शिकायत या फोन कर सकती है. पुलिस उसके मामले में जांच के बाद कार्रवाई करेगी.
राफिया ने आयोग की अध्यक्ष से यह भी कहा कि किसी पर्व-त्योहार के दौरान पुलिस उसे थाना में बुलाकर बैठा लेती है. कभी उसके घर की तलाशी लेती है, तो कभी परिवार के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है. राफिया ने आयोग की अध्यक्ष को यह भी बताया कि वह विधायक इरफान अंसारी के खिलाफ भी न्यायालय में शिकायत कर चुकी है. वह मामले में सिर्फ यह चाहती है कि उसकी शिकायत पर कार्रवाई हो और उसे और उसके परिवार के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान की जाये. इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग ने 25 से 30 मामलों की समीक्षा की. जिनकी आयोग के पास पूर्व में शिकायत की गयी थी या जांच लंबित है. सभी मामलों में कार्रवाई का निर्देश दिया गया है.
posted by : sameer oraon