Jharkhand news, Ranchi news : रांची : केंद्रीय सरना समिति एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद 15 अक्टूबर, 2020 राज्यव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया है. इसको लेकर 14 अक्टूबर, 2020 की पूर्व संध्या में मशाल जुलूस निकाला गया. इस दौरान केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि गुरुवार को पूरे प्रदेश में चक्का जाम रहेगा.
श्री तिर्की ने कहा कि 15 अक्टूबर, 2020 को आदिवासी सरना कोड को लेकर विभिन्न जिलों में चक्का जाम करेंगे. सरना कोड की मांग को लेकर शहर से लेकर गांव तक आदिवासी अपनी संवैधानिक मांगों को लेकर आवाज बुलंद करेंगे. उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक संगठन के लोग भी चक्का जाम का समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे. इस दौरान आवश्यक सेवाएं, प्रेस, दूध, एंबुलेंस आदि को चक्का जाम से मुक्त रखा गया है.
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव सत्यनारायण लकड़ा ने कहा कि हेमंत सरकार द्वारा मॉनसून सत्र में सरना धर्म कोड बिल पारित नहीं करना राजनीतिक षड्यंत्र है. सरकार चाहती तो विशेष सत्र बुलाकर सरना धर्म कोड बिल पारित कर सकती है, लेकिन सरकार सरना कोड के नाम पर आदिवासियों को ठगने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि आदिवासी जनता अब जाग चुकी है. वर्ष 2021 की जनगणना में यदि सरना कोड को लागू नहीं किया जाता, तो पूरे देश के आदिवासी राज्य से लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन करेंगे.
महासचिव संजय तिर्की ने कहा कि 15 अक्टूबर को लेकर 5 राज्य बंगाल, बिहार, झारखंड, ओड़िशा और असम में सरना कोड की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. मशाल जुलूस के दौरान समिति के संरक्षक भुनेश्वर लोहरा, रांची जिला सरना समिति के अध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष, महिला शाखा की अध्यक्ष नीरा टोप्पो के अलावा सूरज तिग्गा, सुखवारो उरांव, ज्योत्सना भगत, किशन लोहरा, नमित हेम्ब्रम, प्रदीप लकड़ा, बाना मुंडा समेत काफी संख्या आदिवासी समुदाय के लोगों ने चक्का जाम को सफल बनाने में शिरकत किये.
Posted By : Samir Ranjan.