कोयला, बालू, लोहा, पत्थर के अवैध खनन पर तुरंत रोक लगायें : डीजीपी

डीजीपी अजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलों में कोयला, लोहा, बालू और पत्थर के अवैध कारोबार पर पूर्ण रूप से रोक लगाने व आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. साथ ही ड्रग्स के नेटवर्क व अवैध शराब व्यवसाय से जुड़े अपराधियों की पहचान कर सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 11, 2024 1:11 AM

वरीय संवाददाता (रांची).

डीजीपी अजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलों में कोयला, लोहा, बालू और पत्थर के अवैध कारोबार पर पूर्ण रूप से रोक लगाने व आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिये हैं. साथ ही ड्रग्स के नेटवर्क व अवैध शराब व्यवसाय से जुड़े अपराधियों की पहचान कर सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. डीजीपी राज्य की विधि-व्यवस्था, अपराध, नक्सल, नारकोटिक्स सहित अन्य मामलों की समीक्षा कर रहे थे. डीजीपी ने बलात्कार, पोक्सो और महिला उत्पीड़न के मामलों का निष्पादन त्वरित गति से करने को कहा. उन्होंने आइजी, डीआइजी, एसएसपी व एसपी को संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने व फरार अपराधियों की हर हाल में गिरफ्तारी के निर्देश दिये. सभी जिलों में आपराधिक गिरोहों व उनके सदस्यों की सूची तैयार कर कार्रवाई करने व जमानत पर छूटे अपराधियों के वर्तमान गतिविधि पर लगातार पैनी नजर रखने व सीसीए के तहत कार्रवाई करने को कहा है. आरोपित अपराधियों का दागी पंजी में नाम दर्ज कर उन पर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया है. डीजीपी ने बचे हुए माओवादियों के खिलाफ ठोस रणनीति बनाकर कारगर अभियान चलाने पर भी चर्चा की.

अपराध के आंकड़ों पर रांची एसएसपी की सफाई से वरीय अधिकारी हुए नाराज, लगायी फटकार :

बैठक के दौरान एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर ने रांची के एसएसपी चंदन कुमार को फटकार लगायी. दरअसल, एसएसपी ने राजधानी में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर बताया कि जनता की सभी शिकायतों पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. बहुत से लोग ऑनलाइन शिकायतें भी दर्ज करा रहे हैं. इस कारण भी राजधानी में अपराध के आंकड़े बढ़े हैं. पुलिस के पास संसाधन की बहुत कमी है. वर्ष 2005 में रांची पुलिस के लिए जो स्वीकृत संसाधन थे, वही वर्तमान में भी हैं. शहर के विस्तार के मुताबिक पुलिस बल व अफसरों की कमी है. इस तर्क पर एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाठकर ने एसएसपी से पूछा कि क्या पहले जो रांची के एसएसपी रहे हैं, उनके समय शिकायतें दर्ज नहीं हो रही थी. उनमें से कई लोग आज डीआइजी-आइजी के रूप में यहां मौजूद हैं. जिस ढंग से आपराधिक घटनाओं के बाद रांची पुलिस का एक्शन सामने आ रहा है, उसमें सुधार लायें. एसएसपी से कहा गया कि जो भी संसाधन चाहिए, उसका प्रस्ताव बना कर दें.

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