रांची : झारखंड में कॉलेज के विद्यार्थियों को मनोरोग के लक्षण से जुड़ी जानकारी दी जायेगी. इसके शुरुआती प्रबंधन की तकनीक बतायी जायेगी.वह स्ट्रेस मैनेजर की भूमिका में रहेंगे. विद्यार्थी जरूरत पड़ने पर मरीजों को प्रारंभिक सलाह दे सकेंगे. रिनपास विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देगा. विद्यार्थियों का चयन राजधानी में पड़नेवाले विश्वविद्यालयों के माध्यम से होगा. संस्थान पहले चरण में प्रशिक्षक तैयार करेगा.
यह काम 13 फरवरी से शुरू हो जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के आलोक में रिनपास सर्टिफाइड स्ट्रेस मैनेजमेंट का प्रशिक्षण देगा. इसमें मनोविज्ञान, सामाजशास्त्र, सामाजिक कार्य और ग्रामीण विकास के विद्यार्थी हिस्सा ले सकेंगे.
यह प्रशिक्षण दो सप्ताह का होगा. पूरा कार्यक्रम रिनपास परिसर में होगा. इससे पहले बतौर मास्टर ट्रेनर रिनपास के फैकल्टी सदस्यों को शामिल किया जायेगा. उनको विद्यार्थियों को दिये जानेवाले प्रशिक्षण की जानकारी दी जायेगी. कार्यक्रम की समन्वयक मनोवैज्ञानिक डॉ मशरूर जहां होंगी.
उन्होंने बताया कि समाज में तेजी से स्ट्रेस बढ़ रहा है. ऐसे में जरूरत महसूस हो रही है कि नीचे स्तर पर एक ऐसा मानव संसाधन तैयार हो, जो मनोरोग के शुरुआती लक्षण की पहचान कर सके. शुरुआती प्रबंधन कर सके. अगर जरूरत हो, तो मरीजों को सहायता के लिए उच्च सेंटर में भेज सके.
राज्य के प्लस टू विद्यालयों में 39 प्राचार्यों की नियुक्ति की जायेगी. इसके लिए राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने जेपीएससी को अधियाचना भेजी है. मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में वर्तमान में 635 प्लस टू विद्यालयों में से 59 में ही प्राचार्य के पद सृजित हैं. इनमें से 39 पदों पर सीधी नियुक्ति की जायेगी. शेष प्राचार्य के पद पर शिक्षकों की प्रोन्नति होगी. इसे लेकर तैयारी जारी है.
झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा डेंटिस्ट (बैकलॉग) के 38 पद पर नियुक्ति के लिए 133 आवेदन विभिन्न कारणों से रद्द कर दिये गये हैं. वहीं 145 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं. झारखंड लोक सेवा आयोग उक्त पद पर इंटरव्यू से पूर्व अभ्यर्थियों के कागजात का सत्यापन 30 और 31 जनवरी को करेगा. अभ्यर्थी बुलावा पत्र आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. इसे लेकर विशेष दिशानिर्देश अभ्यर्थियों के लिए जारी िकये गये हैं.