रांची. संत जेवियर्स कॉलेज के जीव विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों को रांची और गुमला में दुर्लभ प्रजाति की तितलियां मिली हैं. विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह रायपत और डॉ मनोज कुमार के मार्गदर्शन में पीजी 2021-23 के छात्र देवाशीष महतो व जॉन ओसगा ने तितलियों का सर्वे किया था. इसमें टैगोर हिल (रांची) से तितली की दुर्लभ प्रजाति पोलियुरा अग्रारियस मिली. इसे वैज्ञानिक शोध पत्रिका जू प्रिंट ने जुलाई के अंक में स्थान दिया है. वहीं इससे पहले सत्र 2022-24 की छात्रा दीपशिखा साहू को भी तितलियों के सर्वे के दौरान गुमला के ढोडरी टोली क्षेत्र से दुर्लभ पापिलियो पोलिमेंस्टर प्रजाति की तितली मिली थी. यह मोर्फोजिकल विवरण के साथ इजेपीएमआर नामक शोध पत्रिका के जून 2024 अंक में प्रकाशित हुआ था.
दुर्लभ प्रजाति की तितलियों का यहां मिलना महत्वपूर्ण खोज
डॉ मनोज कुमार ने बताया कि दोनों ही दुर्लभ प्रजाति की तितलियों का झारखंड में मिलना महत्वपूर्ण खोज है. उन्होंने बताया कि पोलियुरा अग्रारियस प्रजाति पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश आदि राज्यों में पायी जाती है़ झारखंड में इस प्रजाति के मिलने का यह पहला मामला है़ अभी तक माना जाता था कि पापिलियो पोलिमेंस्टर सिर्फ दक्षिण भारत और श्रीलंका में पायी जाने वाली एक स्वैलोटेल प्रजाति की तितली है. विभागाध्यक्ष डॉ भारती सिंह ने बताया कि प्राचार्य डॉ फादर नबोर लकड़ा एसजे, उप प्राचार्य डॉ फादर रोबर्ट प्रदीप कुजूर और डॉ फादर अजय मिंज के मार्गदर्शन में कॉलेज प्रबंधन शोध कार्यों को बढ़ावा देता रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है