9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी स्कूल आकर ले सकते हैं शिक्षक से सलाह
राज्य में कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चे विद्यालय आकर पठन-पाठन को लेकर शिक्षक से आवश्यक जानकारी और सलाह ले सकते हैं. झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है
रांची : राज्य में कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चे विद्यालय आकर पठन-पाठन को लेकर शिक्षक से आवश्यक जानकारी और सलाह ले सकते हैं. झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. भारत सरकार गृह मंत्रालय द्वारा 21 सितंबर से सेकेंडरी एवं हायर सेकेंडरी के बच्चों को विद्यालय आकर पठन-पाठन को लेकर शिक्षक से सलाह लेने की अनुमति देने की बात कही गयी है.
भारत सरकार के निर्देश के अनुरूप झारखंड शिक्षा परियोजना भी प्रस्ताव तैयार कर रहा है. परियोजना निदेशक शैलेश चौरसिया ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही विस्तृत प्रस्ताव बनाकर शिक्षा विभाग के माध्यम से आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा जायेगा. आपदा प्रबंधन विभाग से अनुमति मिलने पर इसे राज्य के विद्यालयों के लिए भी लागू किया जायेगा. तब कक्षा 9 से 12वीं तक के शिक्षकों को विद्यालय बुलाया जायेगा. विद्यार्थी भी अभिभावक की अनुमति से विद्यालय आकर पठन-पाठन से संबंधित आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
इस दौरान पूर्व की भांति विद्यालयों में फिलहाल कक्षा का संचालन नहीं होगा. उल्लेखनीय है कि राज्य में 17 मार्च से विद्यालय बंद हैं. विद्यालय बंद होने के कारण बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है .कक्षा 9 से 12वीं तक प्रत्येक कक्षा में राज्य में बोर्ड परीक्षा का प्रावधान है. फरवरी में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा प्रस्तावित है.
स्कूल खोलने को लेकर अभिभावक दे चुके हैं फीडबैक : कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक विद्यालय खोलने को लेकर भारत सरकार के निर्देश के अनुरूप राज्य में सर्वे कराया गया है. इसमें अभिभावकों से राय मांगी गयी थी. राज्य के लगभग 12 हजार अभिभावकों ने विद्यालय खोलने को लेकर अपना फीडबैक दिया. इनमें से 3905 अभिभावकों ने कोरोना का टीका आने के बाद विद्यालय खोलने की बात कही है. अभिभावकों के फीडबैक के आधार पर झारखंड शिक्षा परियोजना रिपोर्ट तैयार करा रहा है. यह रिपोर्ट जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी जायेगी.
Post by : Pritish Sahay