पीजी विभागों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को मिलेगा बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण

कार्डियक अरेस्ट की बढ़ती घटना के बाद यूजीसी ने दिया निर्देश. सभी कॉलेजों में हेल्थ सेंटर खोलने तथा उसे चालू रखने को कहा गया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 1, 2024 11:51 PM

विशेष संवाददाता, रांची. सभी विवि अंतर्गत पीजी विभागों तथा कॉलेजों में विद्यार्थियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएसएल) का प्रशिक्षण दिलाना अनिवार्य कर दिया गया है. कार्डियक अरेस्ट की लगातार घटना के बाद ही केंद्र सरकार के निर्देश पर यूजीसी ने सभी विवि और कॉलेजों में विद्यार्थियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से देने का निर्देश दिया है. जिससे समय रहते व्यक्ति को बचाया जा सके.

यूजीसी के सचिव प्रो मनीष जोशी ने सभी विवि के कुलपति और कॉलेजों के प्राचार्य को पत्र भेजकर कहा है कि कार्डियक अरेस्ट होने के कारण भारत में मृत्यु दर बढ़ती जा रही है. हर साल हजारों लोगों की जान इससे जा रही है. एक अध्ययन से पता चलता है कि देश में सालाना 10 लाख लोगों की मृत्यु अचानक कार्डियक अरेस्ट होने से हो रही है. हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट होने के दौरान महत्वपूर्ण तीन से 10 मिनट समय सीमा के अंदर बेसिक लाइफ सपोर्ट से कम से कम साढ़े तीन लाख लोगों की जान बचायी जा सकती है. लेकिन दुर्भाग्य से सिर्फ 0.1 प्रतिशत लोग ही इसके बारे में जानते हैं. सचिव ने कहा है कि इसे देखते हुए ही शिक्षा क्षेत्र में बीएलएस प्रशिक्षण दिलाना अनिवार्य हो गया है, ताकि संभावित रूप से कई लोगों की जान बचायी जा सकती है.

विद्यार्थियों को नियमित प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश

सचिव ने कुलपति और प्राचार्य से कहा है कि वह अविलंब चिकित्सा क्षेत्र के लोगों से परामर्श कर अपने-अपने यहां नियमित रूप से विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिलाने का कार्य करें. इधर यूजीसी ने सभी विवि और कॉलेज में हेल्थ सेंटर खोलने तथा इसे चालू रखने का भी निर्देश दिया है. संस्थानों में पढ़नेवाले विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखना अनिवार्य है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version