Ranchi News : चाचा-भतीजा की हत्या में प्रयुक्त एके-47 लाने हवाई जहाज से गया था सुनील
हत्या के आरोपी मनोहर का दोस्त है सुनील कच्छप
रांची. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में पोस्टेड सेना के जवान मनोहर कच्छप ने चार फरवरी को नगड़ी के कतरपा में बुधराम मुंडा व मनोज कच्छप (चाचा-भतीजा) की गोली मार कर हत्या कर दी थी. मनोहर ने पुलिस को बताया कि उस हत्या में प्रयुक्त एके-47 राइफल की चोरी करने के बाद राइफल देने के लिए उसने अपने दोस्त सुनील कच्छप को जम्मू-कश्मीर बुलाया था. इसके लिए उसने सुनील कच्छप के लिए हवाई जहाज का टिकट कटाया था. हवाई जहाज से वह सितंबर 2024 में जम्मू-कश्मीर गया था. मनोहर अपने दोस्त नायक राकेश कुमार की राइफल चोरी करने के बाद उसे सेना के वाहन से जम्मू-कश्मीर की सीमा पर लेकर आया और फिर उसे सुनील कच्छप को सौंप दिया. सुनील कच्छप बस से वहां से दिल्ली पहुंचा. दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिये उसने कई बार अपनी बस बदली. फिर वह बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंच गया. वहां से वह रांची आया. सुनील सेना की वर्दी में था, इस कारण उस पर किसी को कोई शक नहीं हुआ. मनोहर मूल रूप से सेना के नाइन बिहार रेजीमेंट का जवान है. वहां से ही उसकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में हुई थी. मनोहर ने बताया कि जुलाई 2024 में ही उसने राइफल चोरी करने की योजना बनायी थी. नायक राकेश कुमार की राइफल चोरी होने के बाद उस पर कार्रवाई चल रही थी. मनोहर ने पुलिस को बताया कि राइफल चोरी करने के बाद उसे आर्मी के ट्रेनी जवानों को लेकर बरेली भेजा गया था. वहां से वापस जम्मू-कश्मीर आने के बाद सितंबर 2024 में उसे मां की मृत्यु होने की सूचना मिली. इसके बाद वह कुछ दिनों के लिए रांची आया. फिर लौट गया. वर्तमान में मनोहर 13 जनवरी 2025 को छुट्टी लेकर आया था. नौ फरवरी 2025 को उसे लौटना था. इसी दौरान उसने घटना का अंजाम दिया और पकड़ा गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है