Corona Effect : झारखंड में टूटने लगा है सप्लाई चेन, लोगों को खाद्य सामग्री मिलने में हो रही दिक्कत, बढ़ी परेशानी
शहर में खाद्य सामग्रियों सहित अन्य सामान की सप्लाई ठप होने के कारण सप्लाई चेन पूरी तरह से ठप हो गया है. स्थिति यह है कि दुकानों में कई सामान नहीं मिल रहे हैं. आटा, बिस्किट, तेल, चायपत्ती सहित आदि मिल रहे हैं. लेकिन साबुन, सर्फ, हैंड वॉश आदि की दिक्कत होने लगी है.
रांची : शहर में खाद्य सामग्रियों सहित अन्य सामान की सप्लाई ठप होने के कारण सप्लाई चेन पूरी तरह से ठप हो गया है. स्थिति यह है कि दुकानों में कई सामान नहीं मिल रहे हैं. आटा, बिस्किट, तेल, चायपत्ती सहित आदि मिल रहे हैं. लेकिन साबुन, सर्फ, हैंड वॉश आदि की दिक्कत होने लगी है. लोग दुकान तक पहुंच रहे हैं, पर एक दुकान में सभी सामान उपलब्ध नहीं हैं. इससे लोग परेशान हो रहे हैं. हालांकि शुक्रवार को थोक मंडी (पंडरा बाजार समिति) खुलने के कारण खाद्यान्न सामग्रियों को लेकर थोड़ी राहत मिली है.
बड़े दुकानदार ज्यादा परेशान : छोटे दुकानदारों के साथ-साथ बड़े दुकानदार और भी परेशान हैं. बड़े दुकानदार कई सामान स्टॉकिस्ट से लेते हैं. स्टॉकिस्ट के पास माल आर्डर करने पर वे सीधे हाथ खड़ा कर रहे हैं. उनका साफ कहना है कि माल है भी तो दुकान तक भेजने की व्यवस्था नहीं हो पाएगी क्योंकि स्टाफ नहीं है. वहीं पंडरा बाजार समिति से शहर के विभिन्न इलाकों में माल भेजने में दिक्कत हो रही है. टेंपो नहीं मिलने के कारण परेशानी बढ़ी है.
ट्रक से माल आ रहा है, लेकिन उतारने में हो रही दिक्कत : दूसरे राज्यों से ट्रकों से माल आना चालू हो गया है. लेकिन इसे ट्रक से उतार कर गोदाम में रखने में परेशानी हो रही है. पंडरा बाजार के लगभग 65% से अधिक मोटिया मजदूर अपने घर चले गये हैं. व्यापारी प्रतिनिधि संतोष ने कहा कि शुक्रवार को थोक मंडी में आटा व चावल, बनारस से मैदा, छत्तीसगढ़ से दाल, यूपी से तीन ट्रक चीनी आया. धीरे-धीरे सामानों की आवक चालू हो गयी है.
पंडरा बाजार में खरीदारी के लिए गाड़ियों की लगी लाइन, दूसरी जगहों से भी आये व्यापारी
पंडरा बाजार से खरीदारी करने के लिए सुबह 8 बजे पहुंच गये थे व्यापारी
दोपहर 3:00 बजे तक रही काफी भीड़
शुक्रवार से पंडरा बाजार खोले जाने की जानकारी मिलने के बाद सुबह 8:00 बजे तक ही रांची और अन्य जिलों के व्यापारी पंडरा बाजार पहुंच चुके थे. भीड़ इतनी थी कि सुबह 8:00 बजे तक पंडरा बाजार के बाहर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गयी थी. सुबह 11:00 बजे से बाजार खुलना था, इसलिए दूसरे राज्य से आये माल भी ट्रकों के साथ खड़े थे. माल उतर सके, इसके लिए सुबह 10:00 बजे गेट खोला गया. जबकी दुकान लगभग 11:00 बजे खुली. शाम 4:00 बजे तक दुकानें बंद कर दी गयी.
होम डिलिवरी नहीं, लग रही लंबी लाइन
गैस के लिए शहर में हर दिन लोगों की लंबी लाइन लग रही है. शुक्रवार को भी शहर के कुछ इलाकों में लोगों की भीड़ रही. उनका कहना था कि होम डिलीवरी नहीं होने कारण यहां मजबूरी में पहुंचना पड़ रहा है. जबकि कंपनी का कहना है कि लोग मान नहीं रहे हैं और गोदाम पहुंच रहे हैं. अल्फा इंडेन में भीड़ इतनी बढ़ गयी थी कि लोग हंगामा करने पर उतर आये. इसके बाद जिला आपूर्ति पदाधिकारी और गैस कंपनी के जिला नोडल ऑफिसर मौके पर पहुंचे. यहां के बाद दोनों जयंत गैस एजेंसी पहुंचे और लोगों को आश्वस्त किया कि गैस की होम डिलीवरी होगी. वहीं चुटिया, हातमा में भी गैस के लिए लाइन लगी थी.
प्रशासन का नहीं मिल रहा सहयोग
गैस कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि प्रशासन से सहयोग नहीं मिलने के कारण गोदामों में भीड़ जुट रही है. जबकि प्रशासन का कहना है कि जहां जरूरत हो पुलिस को बुलायें, आपको सुरक्षा उपलब्ध करायी जायेगी.
कई जिलों से 100 से अधिक मिनी ट्रक पहुंचा
रांची . नोबेल काेरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान आमलोगों को कम से कम परेशानी हो इसको लेकर प्रशासनिक अमला अपने स्तर पर काम कर रहा है. शुक्रवार को आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्यान, फल, सब्जी व दूध आदि लेकर विभिन्न स्थानों से 100 से अधिक मिनी ट्रक व करीब तीन दर्जन मालवाहक ऑटो पंडरा बाजार समिति पहुंचे. इससे वहां भीड़ हो गयी थी. वहां का नजारा देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा था कि राज्य में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन है.
भीड़ की सूचना पर एसडीओ लोकेश मिश्रा, कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल, पंडरा ओपी प्रभारी शशि रंजन सदलबल पंडरा बाजार पहुंचे . अफसरों ने लोगों को सोशल डिस्टेंस बना कर बचाव व सुरक्षा का ध्यान रखते हुए खरीदारी करने का आग्रह किया. इसके बाद लोगों ने धीरे-धीरे दूरियां बनायी.
जानकारी के अनुसार खूंटी, तोरपा, रनिया, सिमडेगा, लचरागढ़, गुमला, घाघरा व रांची के आसपास इलाकों से काफी संख्या में मिनी ट्रक व ऑटो आये हुए थे. उधर, यात्री वाहनों के नहीं चलने के कारण लोग लगातार परेशान हो रहे है. हालांकि दो पहिया और चार पहिया निजी वाहन सड़कों पर कम तादाद में दिखे. हर चौक-चौराहों और सड़कों पर पुलिस के जवान, पीसीआर और गश्ती दल चौकस दिखे. आने-जाने वाले लोगों की पड़ताल भी पुलिस वाले कर रहे थे. जरूरी काम से जाने वालों को जाने दे रहे थे. जबकि जो लोग ऐसे ही निकले उन्हें वापस लौटाया.