झारखंड: सिर्फ बीरेंद्र राम हटे, पुरानी कमेटी ही करेगी अरबों के सड़क व पुल के टेंडर का निबटारा, उठ रहे सवाल
इंजीनियरों और ठेकेदारों के द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है कि अरबों के टेंडर निबटारा में लगातार गड़बड़ियों की बातें सामने आती रही हैं. वहीं टेंडर निबटारा के नाम पर करोड़ों की उगाही की बातें भी सामने आयी हैं. टेंडर निबटारा में पक्षपात की बातें भी कई बार सामने आयी हैं.
रांची: अरबों के पुल और सड़क के टेंडर का निबटारा पुरानी टेंडर कमेटी ही करेगी. ग्रामीण कार्य विभाग और विशेष प्रमंडल में बनी इस टेंडर कमेटी से किसी को हटाया नहीं गया है. केवल बीरेंद्र राम ही हटे हैं. वह मुख्य अभियंता होने के नाते टेंडर कमेटी में बतौर अध्यक्ष थे. अब इन कमेटियों में केवल अध्यक्ष बदले हैं. विशेष प्रमंडल के टेंडर कमेटी में मुख्य अभियंता सुरेंद्र प्रसाद और ग्रामीण कार्य विभाग के टेंडर कमेटी में सिंगराय टूटी अध्यक्ष हैं. बाकी दोनों जगहों पर टेंडर कमेटी में सदस्यों के नाम लगभग एक ही हैं. एक-दो इंजीनियर रिटायर हुए हैं, तो उनकी जगह दूसरे इस पद पर आये हैं.
इंजीनियरों और ठेकेदारों के द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है कि अरबों के टेंडर निबटारा में लगातार गड़बड़ियों की बातें सामने आती रही है. वहीं टेंडर निबटारा के नाम पर करोड़ों की उगाही की बातें भी सामने आयी है. टेंडर निबटारा में पक्षपात की बातें भी कई बार सामने आयी है. इसकी भी शिकायतें हुई है कि एल-वन को काम न देकर दूसरे को अधिक रेट होने पर भी काम दे दिया. इस तरह सरकार को राजस्व की भी बड़ी क्षति हुई है.
सारी योजनाओं के टेंडर निबटारा में अध्यक्ष के साथ ही सदस्यों की भूमिका भी अहम है. ऐसे में गड़बड़ियां होने पर सदस्यों पर भी सवाल उठता है. इतना ही नहीं, बंटवारा में भी कई सदस्यों की भूमिका सामने आयी है. फिर भी अरबों की सड़क और पुल योजनाओं के टेंडर निबटारा में फिर से इनकी ही भूमिका होगी. इन्हें हटाया नहीं गया है. केवल अध्यक्ष नये होंगे.