Swachh Survekshan Awards 2021 : 100 से कम शहरी निकायों वाले राज्यों में झारखंड बना नंबर 1
नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. झारखंड के नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे व शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार ने यह पुरस्कार ग्रहण किया.
Swachh Survekshan Awards 2021, रांची न्यूज : 100 से कम शहरी निकायों वाले राज्यों में झारखंड नंबर 1 बन गया है. स्वच्छ भारत मिशन 2021 के तहत आज शनिवार को शहरी स्वच्छता में झारखंड को यह अवार्ड मिला है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह पुरस्कार दिया. नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया. झारखंड के नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे ने यह पुरस्कार ग्रहण किया.
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 100 से कम शहरी निकाय वाले राज्यों में झारखंड नंबर 1 बना है. नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस बाबत झारखंड के नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे को पुरस्कार दिया.
मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM के नेतृत्व में स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में 100 से कम शहरी निकाय वाले राज्यों में #Jharkhand बना No. ONE. नई दिल्ली में राष्ट्रपति ने दिया सम्मान। सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग श्री विनय कुमार चौबे ने प्राप्त किया सम्मान। pic.twitter.com/dwvsScS6EI
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) November 20, 2021
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में झारखंड नंबर 1 बना है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यह सम्मान दिया. नगर विकास सचिव ने यह सम्मान ग्रहण किया.
'स्वच्छ सर्वेक्षण 2021' में झारखण्ड बना No. 1 (Less than 100 ULBs category)
महामहिम राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने दिल्ली में @MoHUA_India द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राज्य को सम्मानित किया। झारखण्ड सरकार की ओर से सचिव, शहरी विकास एवं आवास विभाग ने सम्मान प्राप्त किया। pic.twitter.com/qUXMcPhjuT
— IPRD Jharkhand (@prdjharkhand) November 20, 2021
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर लगातार पांचवीं बार देशभर में अव्वल रहा है. स्वच्छ भारत अभियान के लिए इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के सलाहकार असद वारसी ने बताया कि शहर में औसतन 300 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) गंदा पानी उत्सर्जित होता है और अलग-अलग इलाकों में बने विशेष संयंत्रों में इसके उपचार के बाद 110 एमएलडी पानी सार्वजनिक बगीचों, खेतों और निर्माण गतिविधियों में दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा है.
Posted By : Guru Swarup Mishra