रांची आये इस पूर्व क्रिकेटर ने धौनी की तारीफ में पढ़े कसीदे, T-20 World Cup को लेकर भी कह दी ये बड़ी बात
भारत के विकेट कीपर बल्लेबाज सैयद किरमानी रांची आए पूर्व कप्तान धौनी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि उनकी कप्तानी में देश ने टी-20 और एक दिवसीय विश्वकप अपने नाम किया. यह रांची के साथ-साथ पूरे देश के लिए गर्व की बात है.
T20 World Cup 2021 रांची : धौनी के शहर में तो आता रहता हूं, लेकिन उनसे मुलाकात कम ही हुई है. सबका एक दौर होता है. इसी तरह एक दौर महेंद्र सिंह धौनी का भी था, जब उनकी कप्तानी में देश ने टी-20 और एक दिवसीय विश्वकप अपने नाम किया. यह रांची के साथ-साथ पूरे देश के लिए गर्व की बात है. ये बातें गुरुवार को 1983 क्रिकेट वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे पद्मश्री क्रिकेटर सैयद किरमानी ने कही. वे रांची में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आये थे. इस दौरान उन्होंने क्रिकेट और उससे जुड़ी कई चीजों पर बात की.
धौनी की एक अलग पहचान है क्रिकेट में : पद्मश्री सैयद किरमानी ने कहा कि धौनी के शहर में आने पर लोग यही पूछते हैं कि यहां आकर आपको कैसा लगा. मैं कहता हूं कि धौनी की क्रिकेट में एक अलग पहचान है. उनके खेल के कारण रांची शहर को जाना जाता है. एक से दो बार ही मेरी उनकी बात हुई है. लेकिन उनका खेल मैंने देखा है, जो दूसरों से उनको अलग करता है.
बिना सपोर्ट के हमने 1983 विश्व कप जीता : हम जब क्रिकेट खेलते थे, उस समय टीम के साथ न कोई डॉक्टर होता था और न कोई ट्रेनर. वर्तमान में एक पूरा सपोर्ट स्टाफ टीम के साथ रहता है. हमने उस दौर में पूरी दुनिया को बताया कि वर्ल्ड कप कैसे जीता जाता है. ये कह लीजिए कि पहले सुविधाएं कम थी, उसी में हमें बेहतर करना था और हमने विश्व कप जीता. 1983 विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ियों के लिए ये सबसे बड़ा ऑनर था.
पाकिस्तान से मिली हार से शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं, खेल में लगी रहती है हार-जीत
इतिहास बदलना जरूरी है. हर टीम इतिहास से गुजरती है. भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच में मिली हार से शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है. ये खेल ऐसा है कि इसमें हार और जीत लगी रहती है. भारतीय टीम जो प्रदर्शन दिखा रही है, वह बेहतर है. दुबई में आइपीएल खेला, उसके पहले इंग्लैंड से खेल कर आये. इनको आराम नहीं मिल पाया है. इसलिए इन्हें आराम की जरूरत है. अभी भारतीय टीम एक महान टीम है.
यह दौर तकनीक का, अब कोच व कप्तान को केवल रिजल्ट चाहिए
आजकल के क्रिकेट में कई तकनीक आ गयी है. अगर विकेटकीपिंग की बात करें, तो कोच और कप्तान को केवल रिजल्ट से मतलब होता है. बेहतर विकेटकीपर की पहचान स्पिनरों द्वारा बॉल फेंके जाने के समय होती है. उस समय तकनीक की जरूरत पड़ती है. फास्ट बॉलिंग में तो कोई भी विकेटकीपिंग कर सकता है.
Posted by : Sameer Oraon