तारा शाहदेव प्रकरण में रंजीत उर्फ रकीबुल ने CM हेमंत सोरेन को बनाया अपना गवाह, अब CBI ने जारी किया समन

अभियोजन की ओर से 26 गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी है, उसके बाद अदालत ने रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन को गवाहों की सूची सौंपने का आदेश दिया था. उसी आदेश के बाद उसने गवाहों की सूची सौंपी

By Prabhat Khabar News Desk | May 4, 2023 6:39 AM

पूर्व राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव के धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीड़न व दहेज प्रताड़ना का मामला सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में चल रहा है. इस मामले का मुख्य आरोपी रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन ने बचाव पक्ष की गवाह की सूची अदालत को सौंपी है, जिसमें सीएम हेमंत सोरेन को भी गवाह बनाया गया है. सूची सौंपने के बाद अदालत ने उसे मंजूर कर लिया है और गवाह के रूप में सीएम को समन भी जारी कर दिया है.

अभियोजन की ओर से 26 गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी है, उसके बाद अदालत ने रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन को गवाहों की सूची सौंपने का आदेश दिया था. उसी आदेश के बाद उसने गवाहों की सूची सौंपी, जिसमें सीएम हेमंत सोरेन का नाम अपने एक गवाह रूप में दिया है. रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन अपने केस की पैरवी स्वयं करता है. एक बार हेमंत सोरेन रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन के घर एक समारोह में शरीक हुए थे, उस समय वे विपक्ष के नेता थे.

उसी समय से उनसे परिचय का हवाला देते हुए रंजीत उर्फ रकीबुल ने उन्हें अपना गवाह बना लिया है. गौरतलब है कि मामले में मुख्य आरोपी रंजीत उर्फ रकीबुल के अलावा उसकी मां कौशर रानी, हाइकोर्ट के बर्खास्त विजिलेंस रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद ट्रायल फेस कर रहे हैं. रंजीत कोहली व तारा शाहदेव की शादी सात जुलाई 2014 को हुई थी.

शादी के कुछ दिन बाद ही धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित करते हुए उससे दहेज की भी मांग की जाने लगी थी. मारपीट होने के बाद तारा शाहदेव ने उक्त बातों का जिक्र करते हुए हिंदपीढ़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. बाद में वर्ष 2015 में सीबीआइ ने केस को टेकओवर कर लिया था. आरोपियों के खिलाफ 2018 को आरोप गठन किया गया था.

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