रांची : होल्डिंग टैक्स कलेक्शन के लिए चयनित एजेंसी श्री पब्लिकेशन के साथ किये गये एग्रीमेंट को लेकर बुधवार को निगम परिषद की बैठक में जम कर हंगामा हुआ. मेयर आशा लकड़ा ने आधा घंटा तक श्री पब्लिकेशन के साथ किये गये एग्रीमेंट पर नगरपालिका अधिनियम का हवाला देते हुए नगर आयुक्त को गलत ठहराने की कोशिश की, लेकिन नगर आयुक्त अपनी बातों पर अड़े रहे.
नगर आयुक्त ने कहा कि नगरपालिका अधिनियम के तहत ही उन्होंने अब तक काम किया है. बैठक में भाग ले रहे 53 पार्षदों में से अधिकतर ने भी मेयर का साथ नहीं दिया. पार्षद नाजिमा रजा ने कहा कि नौ जून को हुई बैठक में स्पैरो सॉफ्टटेक को एक्सटेंशन देने का निर्णय लिया गया था.
इसके बाद स्पैरो ने 11 जून को पत्र लिख कर यह स्पष्ट कर दिया कि वह निगम में काम नहीं करेगा. ऐसे में उसी कंपनी को एक्सटेंशन किस आधार पर दिया जा सकता है. उपस्थित पार्षदों ने भी इस तर्क को सही ठहराते हुए वर्तमान में चयनित एजेंसी से काम कराने की हामी भरी. इस मामले में मेयर पूरी तरह अलग-थलग पड़ गयीं.
पार्षदों ने यहां तक सवाल उठाया कि जब कंपनी ही यहां काम नहीं करना चाहती है, तो फिर कंपनी को जबरन काम देने के लिए मेयर क्यों अड़ी हुई हैं. पार्षदों ने इस दौरान कहा कि टैक्स स्पैरो वसूले या श्री वसूले, उन्हें इससे कोई मतलब नहीं है. बस निगम को राजस्व आना चाहिए, ताकि शहर का कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे. मामले को बिगड़ता देख कर यह निर्णय लिया गया कि 22 अक्तूबर को इस मामले पर मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त की बैठक होगी, ताकि विवाद को समाप्त किया जा सके.
posted by : sameer oraon