झारखंड के 60 व्यापारियों ने सरकार को 1000 करोड़ का लगाया चूना और हो गये चंपत, सबसे ज्यादा इस जिले के
हालांकि विभाग को पुलिस जांच के परिणाम की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. जानकारी के अनुसार, 60 में से 50 व्यापारी विभाग के धनबाद प्रमंडल के हैं. आरोपी व्यापारियों ने कोयला,लोहा और स्टील का व्यापार किया और लापता हो गये.
TAX Evasion In Jharkhand, Jharkhand Crime News रांची : राज्य में जीएसटी लागू होने के बाद से 60 व्यापारियों ने सरकार को 1000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाया और लापता हो गये. इन व्यापारियों ने गरीब लोगों के दस्तावेज पर प्रतिष्ठान का जीएसटी में निबंधन कराया, कागजी व्यापार किया और इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ भी लिया. वाणिज्यकर विभाग ने तीन वित्तीय वर्षों में इन व्यापारियों के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज करायी.
हालांकि विभाग को पुलिस जांच के परिणाम की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. जानकारी के अनुसार, 60 में से 50 व्यापारी विभाग के धनबाद प्रमंडल के हैं. आरोपी व्यापारियों ने कोयला,लोहा और स्टील का व्यापार किया और लापता हो गये.
वैट व सेल्स टैक्स काल में खामियों का उठाते थे फायदा :
राज्य में व्यापारियों द्वारा टैक्स की चोरी ( jharkhand tax evasion ) हमेशा से की जाती रही है. वैट और सेल्स टैक्स की अवधि में राज्य के कुछ व्यापारी इन अधिनियमों की खामियों का लाभ उठा कर कम टैक्स का भुगतान करते थे. बाद में विभागीय अधिकारी अधिनियम के प्रावधानों के आलोक में टैक्स की गणना कर वसूली के लिए नोटिस जारी करते थे.
जीएसटी के पहले की अवधि में टैक्स विवाद को लेकर विभिन्न न्यायालयों में कुल 483 मामले चल रहे हैं. इन मामलों में 2080 करोड़ रुपये का राजस्व विवाद है.
स्थल की जांच का प्रावधान नहीं होने का लाभ उठाया :
वैट के बाद जीएसटी लागू होने के बाद से राज्य के व्यापारियों ने टैक्स की चोरी का तरीका बदल दिया है. जीएसटी में निबंधन के लिए आवेदन देने के बाद स्थल की जांच का प्रावधान नहीं होने का लाभ उठाया. राज्य के व्यापारियों ने गरीब लोगों को बिना पूंजी लगाये ही व्यापार में हिस्सा देने का लालच देकर उनके आधार सहित अन्य दस्तावेज लिये इन दस्तावेज के आधार पर व्यापारिक प्रतिष्ठान का जीएसटी में निबंधन कराया. इसके बाद इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेकर गायब हो गये.
2020 के बाद से चोरी पर लगी पाबंदी
वाणिज्य कर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 21 व्यापारियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी. वित्तीय वर्ष 2019-20 में 34 व्यापारियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी. वित्तीय वर्ष 2020-21 में व्यापार करने के बाद लापता होनेवाले पांच व्यापारियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी. वर्ष 2020 में जीएसटी में निबंधन देने के बाद भौतिक सत्यापन का प्रावधान किये जाने के बाद से टैक्स चोरी के इस तरीके पर पाबंदी लगी.
सरकार को नुकसान पहुंचानेवाले लापता व्यापारी
व्यापारिक प्रतिष्ठान स्थान
बिगोनेश इंटरप्राइजेज धनबाद
ओम ट्रेडिंग कंपनी देवघर
कृष्णा इंटरप्राइजेज जमशेदपुर
कंचन एलॉ एंड स्टील सिंहभूम
पूर्बा इंटरप्राइजेज धनबाद
देव ट्रेडर्स धनबाद
भूतनाथ इंटरप्राइजेज धनबाद
रिशप सेल कॉरपोरेशन धनबाद
साहा इंटरप्राइजेज देवघर
चंद्रकला कतरास
सिद्धिविनायक मेटल एंड साल्ट कंपनी बोकारो
रेणु राज इंटरप्राइजेज बोकारो
श्रीराम एलॉय एंड इनगोट प्राइवेट लिमिटेड बोकारो
अन्नपूर्णा इंटरप्राइजेज रांची
भगवती इंटरप्राइजेज धनबाद
शिव शक्ति ट्रेडर्स धनबाद
पीके ट्रेडर्स जमशेदपुर
शाकंबरी मेटालिक्स सिंहभूम
तिरुपति इंटरप्राइजेज चाईबासा
बालाजी इंटरप्राइजेज
महेंद्रा ट्रेडर्स जमशेदुपर
शुभ लक्ष्मी धनबाद
जानकारी कोल ट्रेडिंग धनबाद
श्रीराम कोल ट्रेडिंग झरिया
भारत कोल ट्रेडिंग झरिया
सुभद्रा स्टील सिंहभूम
शर्मा इंटरप्राइजेज धनबाद
मां काली स्टील धनबाद
कृष्णा कोल ट्रेडर्स रामगढ़
फ्लैश ट्रेडर्स रांची
एक्विंट ट्रेडर्स रामगढ़
मिश्रा इंटरप्राइजेज रामगढ़
माहेश्वरी कोल ट्रेडिंग रामगढ़
एसके इंटरप्राइजेज धनबाद
मां कल्याणी ट्रेडिंग धनबाद
शर्मा एंड संस कॉरपोरेशन धनबाद
आरके इंटरप्राइजेज धनबाद
मां शांति कंपनी धनबाद
जगत जननी इंटरप्राइजेज धनबाद
मां भवानी इंटर प्राइजेज धनबाद
क्वालिटी ट्रेडर्स रांची
मां गायत्री इंटरप्राइजेज धनबाद
राजन कोल ट्रेडिंग धनबाद
जय भवानी इंडस्ट्रीज धनबाद
साईं ट्रेडर्स धनबाद
पीएस इंटरप्राइजेज धनबाद
तान्या इंटरप्राइजेज धनबाद
धनबाद फ्यूएल्स धनबाद
न्यू हिंदुस्तान सेंटर धनबाद
अपरिचित ट्रेडर्स चिरकुंडा
गजराज ट्रेडर्स चिरकुंडा
निरसा कोल धनबाद
मां भवानी ट्रेडर्स रामगढ़
मां लक्ष्मी इंटरप्राइजेज धनबाद
संजय इंटरप्राइजेज धनबाद
बोकारो स्टील उद्योग चास
शिव शक्ति इंटरप्राइजेज धनबाद
नारायणी ट्रेडर्स धनबाद
एनके इंटरप्राइजेज गिरिडीह
एमएस स्टील इंडस्ट्रीज जमशेदपुर
Posted By : Sameer Oraon