Ranchi News: झारखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा मिलेगी, जिसकी तैयारी जारी है. प्रथम चरण में राज्य के छह जिलों पश्चिमी सिंहभूम, गुमला, साहिबगंज, सिमडेगा, लोहरदगा व खूंटी जिला में पढ़ाई शुरू होगी. इन जिलों के 250 स्कूलों में संताली, हो, मुंडारी, कुड़ुख और खड़िया यानी पांच जनजातीय भाषा में पढ़ाई होगी. इन स्कूलों में कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को पढ़ाने की तैयारी है. इसके लिए किताब भी तैयार किया गया है.
झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने इस संबंध में संबंधित जिलों के शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है. फिलहाल शिक्षा विभाग ने राज्य भर के 4600 स्कूलों को चिह्नित किया है. वैसे विद्यालयों को चिह्नित किया गया है, जहां उस भाषा को बोलनेवाले 70 फीसदी या उससे अधिक बच्चे नामांकित हैं. झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से स्कूलों की सूची जिलों को भेज दी गयी है.
30 अक्तूबर तक मांगी गयी जानकारी: विद्यालयों में इन भाषाओं में पढ़ाई को लेकर विद्यालय प्रबंधन समिति और अभिभावकों से भी विचार-विमर्श किया जायेगा. इसके लिए जिला स्तर पर समिति गठित की जायेगी. समिति में चयनित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, दो बीआरपी, सीआरपी और चयनित विद्यालयों के पांच शिक्षक शामिल होंगे.
समिति को यह जिम्मेदारी दी गयी है कि लोगों को मातृभाषा में पढ़ाई के महत्व के बारे में जानकारी दी जाये. 25 अक्तूबर तक बैठक करने व 30 अक्तूबर तक इसकी रिपोर्ट झारखंड शिक्षा परियोजना को भेजने के लिए कहा गया है.
इन जिलों में होगी पढ़ाई: पश्चिमी सिंहभूम, गुमला, साहिबगंज, सिमडेगा, लोहरदगा व खूंटी जिला में पढ़ाई शुरू होगी. इन जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को झारखंड शिक्षा परियोजना ने पत्र लिखा है.
जिलावार स्कूल
जिला भाषा स्कूल
खूंटी मुंडारी 60
लोहरदगा कुड़ुख 50
प सिंहभूम हो 49
गुमला खड़िया 16
सिमडेगा खड़िया 20
साहिबगंज संताली 55