रांची. दो वर्षों से बंद रातू रोड स्थित निगम अस्पताल को निजी हाथों में सौंपा जायेगा. इसके लिए नगर निगम के सहायक प्रशासक ने तीसरी बार टेंडर निकाला है. कोई भी डॉक्टर या अस्पताल प्रबंधन इस अस्पताल को किराये पर ले सकते हैं. इसके एवज में नगर निगम संचालनकर्ता से हर माह एक निर्धारित राशि लेगा. इच्छुक लोग दो जुलाई तक आवेदन जमा कर सकते हैं. नौ जुलाई को इसके लिए बोली लगायी जायेगी. बोली 80 हजार रुपये से शुरू होगी. सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को अस्पताल चलाने का जिम्मा दिया जायेगा.
वर्ष 2011 में परिमल नथवाणी ने किया था उदघाटन
2.75 करोड़ से बने इस अस्पताल भवन का उदघाटन वर्ष 2011 में तत्कालीन राज्यसभा सांसद परिमल नथवाणी ने किया था. तब उन्होंने कहा था कि अगर निगम उन्हें यह अस्पताल दे दे, तो वे इसे बेहतर तरीके से चलायेंगे. लेकिन, उस समय निगम के पदाधिकारियों ने कहा था कि अगर अस्पताल चलाना है, तो इसके लिए टेंडर में शामिल होना होगा. इसके बाद वे पीछे हट गये थे.
पहले देवकमल, फिर प्रॉमिस हेल्थकेयर को सौंपा गया था
नथवाणी के हाथ खींच लेने के बाद काफी दिनों तक अस्पताल बंद रहा. इसके बाद इसके संचालन के लिए निगम ने टेंडर निकाला और देवकमल अस्पताल को इसे सौंपा गया. कुछ सालों तक संचालन करने के बाद इकरारनामा का उल्लंघन बताकर निगम ने अस्पताल अपने कब्जे में ले लिया. फिर कुछ दिन अस्पताल बंद रहा. कोरोना काल में प्रॉमिस हेल्थकेयर को इसके संचालन का जिम्मा सौंपा गया. कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद निगम ने इसे फिर से अपने स्वामित्व में ले लिया. नतीजा दो वर्षों से यह बंद है.
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